गाजियाबाद: लोनी हमला मामले में समाजवादी पार्टी के नेता उम्मेद आलम इदरीसी को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत 12 महीने की हिरासत में भेज दिया गया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.


12 महीने की हिरासत की मंजूरी


रासुका पर उत्तर प्रदेश सलाहकार बोर्ड ने गाजियाबाद के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के साथ विस्तृत समीक्षा के बाद इदरीसी के 12 महीने की हिरासत की मंजूरी दी है.


धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज


पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) इराज राजा ने कहा कि इदरीसी पर भड़काऊ बयान देने और धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज किया गया है. इदरीसी को जून में कथित तौर पर सांप्रदायिक टिप्पणी करने और एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति अब्दुल समद सैफी को उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इदरीसी ने बुजुर्ग को एक वीडियो में यह दावा करने के लिए कथित तौर पर उकसाया था कि, गाजियाबाद के लोनी इलाके में चार युवकों ने उन्हें पीटा और उनकी दाढ़ी भी काट दी. साथ ही, आरोपियों ने उन्हें 'जय श्री राम' का नारा लगाने के लिए मजबूर किया.


सोशल मीडिया पर कराया था ट्रेंड


आपको बता दें कि, इस घटना के वीडियो को भड़काऊ बनाकर सोशल मीडिया पर उम्मेद पहलवान इदरीसी ने ही डाला था. वह खुद को सपा का नेता बताता है. पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी. उसके फेसबुक पर डाले गए वीडियो से ही मामला काफी बढ़ गया था. इसके बाद यह वीडियो ट्विटर पर ट्रेंड कर गया था


ये भी पढ़ें.


UP Population Control Bill: जनसंख्या नियंत्रण बिल के ड्राफ्ट पर आम जनता के सुझावों को शामिल किया गया: जस्टिस मित्तल