UP Crime News: एटा जनपद में रिश्तों को तार तार कर देने का मामला सामने आया है. पैसे की लालच में सगा मामा अपहरणकर्ता बन गया. उसने 4 साल के भांजे का अपहरण कर 2 लाख 80 हजार फिरौती की मांग की. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 घंटे में बच्चे को मामा के कब्जे से सकुशल मुक्त करा लिया. आरिफ पुत्र आसिफ निवासी अमापुर, जनपद कासगंज, थाना अमापुर का ननिहाल मकसूदपुर से कल दिन में लगभग 11 बजे अपहण हो गया था. सगे मामा रिजवान ने तीन अन्य साथियों को वारदात में शामिल किया. मामा ने अपहृत मासूम को छोड़ने के बदले 2 लाख 80 हजार की फिरोती की मांग की. इस बीच पुलिस को 112 नंबर पर फोन से बच्चे के गायब होने की सूचना मिली.
कर्ज चुकाने के लिए मामा ने रची साजिश
बच्चे की बरामदगी के लिए थाना प्रभारी जलेसर, स्वाट, सर्विलांस और इंटेलिजेंस टीम का संयुक्त रूप से गठन किया गया. पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए फिरोजाबाद के खेरिया ताज गांव से अपहृत आरिफ को सकुशल बरामद कर लिया. कार्रवाई के दौरान चारों आरोपी भी पुलिस गिरफ्त में आ गए. एसएसपी एटा उदय शंकर सिंह ने बताया कि रिजवान दिल्ली के उत्तम नगर में कपड़े की फेरी लगाकर बेचने का काम करता है. कपड़े के धंधे में रिजवान को घाटा हुआ था. तीन-चार दिन पहले दिल्ली से आकर रिजवान ने मासूम के अपहरण की योजना बनाई.
उसने वारदात में अन्य साथियों को भी शामिल किया. योजना के मुताबिक भांजे का अपहरण कर साथी के हवाले करने की तैयारी थी. कल सुबह 11 बजे बजे परचून की दुकान पर रोटी लेने के बहाने रिजवान भांजे आरिफ को ले आया. वापस जाते समय गली में मामा ने भांजे को अन्य साथियों के हवाले कर दिया. बीच-बीच में रिजवान बच्चे का हाल-चाल भी लेता रहा. दिखावे के लिए बहनोई संग बच्चे की तलाश का नाटक करता रहा. योजना के मुताबिक रिजवान खुद जीजा के साथ फिरौती की रकम देने जाने वाला था.
फिरौती के लिए भांजे को किया अगवा
उसके पहुंचने से पहले पुलिस ने अपहृत मासूम को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. एसएसपी उदय शंकर सिंह ने एबीपी गंगा को बताया कि ग्राम मकसूदपुर में कल शाम इंस्पेक्टर जलेसर को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर चार वर्षीय बच्चा के गायब होने की जानकारी दी. सूचना पर स्थानीय पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए खोजबीन शुरू की. शुरू में बच्चे के माता-पिता ने लिखित शिकायत देने से मना कर दिया. पुलिस का शक गहराया. पांच टीमें बनाकर छानबीन की गई.
घटना में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार
रात में साफ हो गया कि माता-पिता डर के मारे पुलिस को सूचना नहीं दे रहे हैं. पुलिस ने सूचना तंत्र सक्रिय किया. अभियुक्तों की घेराबंदी के लिए जाल बिछाया गया. बाद में बच्चे के पिता ने तहरीर दी. तहरीर मिलने पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर किया गया. घटना में शामिल चार आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. बताया जा रहा है कि बच्चे के कुल 6 मामा हैं. एक मामा रिजवान दिल्ली में फेरी का काम करता है. उसके ऊपर डेढ़ लाख रुपए का कर्ज हो गया था. कर्ज चुकाने के लिए साथियों की मदद से मामा ने घटना को अंजाम दिया.
पहलवानों का धरना इन इलाकों में बन सकता है BJP की मुसीबात, नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व को किया आगाह!