60 और 70 के दशक की मशहूर अदाकारा शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) की एक्टिंग और स्टाइल का हर कोई दीवाना था। 75 साल की हो चुकीं शर्मिला टैगोर आज भी बेहद हसीन लगती हैं। उन्होंने अपने दौर में कई शानदार फिल्मों में काम किया और फिल्म 'कश्मीर की कली' ने तो उनके करियर को बुलंदियों पर पहुंचा दिया था। ये तो हम सभी जानते हैं कि शर्मिला एक बंगाली परिवार से हैं। उनके पिता गितेन्द्रनाथ टैगोर 'टैगोर एल्गिन मिल्स' के ब्रिटिश इंडिया कंपनी के महाप्रबंधक हुआ करते थे। लेकिन शादी के लिए शर्मिला ने इस्लाम धर्म अपना लिया था। आज की इस खास स्टोरी में हम आपको शर्मिला टैगोर और नवाब पटौदी (Mansoor Ali Khan Pataudi) की प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।



शर्मिला ने इंडियन टीम के कप्तान रहे मंसूर अली खान पटौदी से शादी की। उन दिनों दोनों ही अपनी-अपनी फील्ड में बेहद मशहूर नाम हुआ करते थे। नवाब मंसूर अली खान पटौदी और शर्मिला टैगोर की पहली मुलाकात कोलकाता में शर्मिला के घर पर ही हुई थी जहां नवाब साहब अपने किसी दोस्त के साथ एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे।


यह भी पढ़ेंः


ये हैं 2019 की 8 Most popular web series जिनमें बॉलीवुड सितारों ने भी दिखाया अपना अनोखा अंदाज़


शर्मिला, नवाब पटौदी को देखते ही उन पर फिदा हो गई थीं तो वहीं नवाब पटौदी भी शर्मिला की मुस्कान के कायल हो गए थे। यहीं से दोनों की मुलाकातों का सिलसिला बढ़ने गया। फिर मुलाकातें प्यार में बदल गईं। वहीं लोगों का मानना था कि फिल्मों में बोल्ड किरदार निभाने वाली शर्मिला को पटौदी खानदान कभी स्वीकार नहीं करेगा। इसके अलावा दोनों के धर्म भी अलग-अलग थे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और दोनों ने आपसी सहमति से शादी कर ली। लेकिन शर्मिला टैगोर को मंसूर अली खान से शादी करने के लिए इस्लाम धर्म को अपनाना पड़ा था।


यह भी पढ़ेंः


Salman Khan की जगह अब ये मशहूर डायरेक्टर करेंगी BIgg Boss 13 को होस्ट


वहीं दोनों की प्रेम कहानी का एक बड़ा ही प्यारा किस्सा काफी मजेदार है- दरअसल, शादी से पहले नवाब पटौदी ने शर्मिला को गिफ्ट में रेफ्रिजरेटर दिया था। उस वक्त गिफ्ट में रेफ्रिजरेटर देना बहुत बड़ी बात मानी जाती थी। वहीं क्रिकेट के मैदान में नवाब पटौदी शर्मिला का स्वागत छक्के मारकर किया करते थे। खबरों की माने तो शर्मिला जहां बैठती थीं, नवाब पटौदी उसी दिशा में छक्का मारा करते थे।