ग्रामीणों के दबाव में ताराचंद ने कटवाई दाढ़ी, बोला- नमाज पढ़ता हूं, लेकिन...
उस्मान की दोस्ती ताराचंद को इस्लाम के करीब ले गई तो उसने दाढ़ी रख ली और नमाज पढ़ने लगा. ताराचंद का कहना है कि वो ईश्वर और अल्लाह दोनों की इबादत करता है, यही उसके लिए मुसीबत बन गई है. मामला मेरठ का है.
मेरठ: अपनी पत्नी के प्रेमी की हत्या में ताराचंद पिछले 42 महीने से जेल में था. इस दौरान परिवार के लोग ना मिलने आए, ना जमानत कराई. उसी बैरक में बंद उस्मान ने ताराचंद की मदद की. उस्मान से प्रभावित ताराचंद नमाज पढ़ने लगा. ताराचंद जमानत पर बाहर आया तो अपने गांव पहुंचा लेकिन बढ़ी हुई दाढ़ी, उस पर नमाज पढ़ना ग्रामीणों को नागवार गुजरा. ग्रामीणों के दवाब में ताराचंद में दाढ़ी कटवा दी है. अब पुलिस भी मामले पर नजदीकी से नजर रखे हुए है. वहीं, ताराचंद का कहना है कि वो नमाज पढ़ता है, लेकिन ये नहीं है कि उसने धर्म बदल लिया है.
ग्रामीणों के दबाव में कटवाई दाढ़ी
कोरोना महामारी के चलते मऊखास गांव का ताराचंद जब पैरोल पर जेल से बाहर आया तो उसके चेहरे पर दाढ़ी और सिर पर गोल टोपी थी. ताराचंद गांव में अपने घर में अकेले रहता था और नमाज पढ़ने गांव की मस्जिद में जाता था. ये बात गांव के ग्रामीणों और बीजेपी नेता दुष्यन्त तोमर को पता चली तो तोमर सैकड़ों गांववाले लेकर ताराचंद के घर पहुंच गए. जिसके बाद ग्रामीणों के दबाव में ताराचंद ने दाढ़ी कटवा दी.
घरवालों ने पल्ला झाड़ लिया
ताराचंद 2017 से पहले ट्रक ड्राइवरी करता था और मेरठ शहर के टीपीनगर में बीवी-बच्चों के साथ किराए के मकान में रहता था. बीवी के अपने प्रेमी से संबंध हो गए. ताराचंद ने जब उन्हें रंगे हाथ पकड़ा तो बीवी के प्रेमी का कत्ल कर दिया. ताराचंद जेल गया तो बीवी और घरवालों ने उससे पल्ला झाड़ लिया. वो 42 महीने जेल में रहा लेकिन घरवाले उसकी मदद तो दूर, जेल में मुलाकात करने तक नही पहुंचे.
उस्मान ने ताराचंद को सहारा दिया
जेल में उस्मान ने ताराचंद को सहारा दिया और उसके खाने-पीने के इंतजाम से लेकर उसे कानूनी मदद भी दिलाई. उस्मान की दोस्ती उसे इस्लाम के करीब ले गई तो उसने दाढ़ी रख ली और नमाज पढ़ने लगा. ताराचंद का कहना है कि वो ईश्वर और अल्लाह दोनों की इबादत करता है, यही उसके लिए मुसीबत बन गई है. सवाल जेल प्रशासन पर भी खड़े हुए हैं. लेकिन, इस मामले से फिलहाल अफसरों ने कन्नी काटी हुई है. यहां तक कि पुलिस अधिकारी इस मामले में बोलने से बच रहे हैं.
रखी जा रही है नजर
वहीं, जिलाधिकारी मेरठ ने इस पूरे मामले पर बताया कि उन्होंने जेल प्रशासन से बात की है. जेल प्रशासन ने अपनी जांच करके बताया कि धर्म परिवर्तन कराने का आरोप जिसपर लग रहा है वो ओर ताराचंद दोनों अलग-अलग बैरक में रहते हैं. गांव में हुए घटनाक्रम पर भी सभी नजदीकी से नजर रखे हुए हैं. अगर कोई भी आपराधिक कृत्य होगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, अभी तक जेल में धर्मांतरण की कोई बात सामने नहीं आई है. वहीं, प्रशासन जबरन दाढ़ी कटवाने की भी जांच कर रहा है.
गर्म है माहौल
यूपी में लगातार सामने आ रहे धर्मांतरण के मामलों के बीच फिलहाल क्षेत्र में ताराचंद को लेकर माहौल गर्म है. धर्म परिवर्तन को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है.
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