Uniform Civil Code: समाजवादी पार्टी (SP) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) पर बड़ा बयान दिया है. इस दौरान उन्होंने विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) को लेकर भी टिप्पणी की. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमारा देश अलग-अलग धर्म और मजहब का है. सबको अपना धर्म मानने का अधिकार है. अगर देश की बीजेपी (BJP) की सरकार कुछ करना चाहती है तो सबसे पहले 38, 39, 40, 41 अनुच्छेद के उपबंधों पर काम करे, फिर अनुच्छेद 44 की बात करे.


स्वामी प्रसाद मौर्य ने ने आगे कहा कि हमारे देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया जाता और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ऊंचे जाति के हैं तो उन्हे जाने दिया गया. ऐसे ही रामनाथ कोविंद को भी झेलना पड़ा था. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुस्लिम लीग एक राष्ट्र की बात करती थी, राष्ट्रवाद की बात करती थी. सावरकर द्विराष्ट्र की बात करते थे.


बीजेपी ने की यूसीसी को लेकर विपक्ष की आलोचना


इससे पहले समान नागरिक संहिता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रुख की आलोचना करने को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा था. बीजेपी ने कहा कि यह संविधान में राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत के तौर पर है और इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट का भी 'फैसला' है. कांग्रेस ने मंगलवार को यूसीसी की जोरदार वकालत करने के लिए मोदी पर हमला बोला था और कहा कि उन्हें पहले देश में गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी के बारे में बात करनी चाहिए.


पीएम मोदी ने यूसीसी पर क्या कहा था?


पीएम मोदी ने भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान समान नागरिक संहिता की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि संविधान में भी सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार होने का उल्लेख है. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ने फैसला किया है कि वह तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति का रास्ता नहीं अपनाएगी.


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