Anurag Thakur on 'INDIA' Meeting: लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए (NDA) का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों के 'इंडिया' गठबंधन (INDIA) की तीसरी बैठक को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. ये बैठक मुंबई में दो दिन 31 अगस्त और 1 सितंबर को होगी, जिसे लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने तीखा हमला किया है. विपक्षी दलों की तीसरी बैठक पर हमला बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि वो चाहे कहीं भी बैठक कर लें लेकिन 'घमंडिया' की बैठक में सिर्फ घमंड और अहंकार ही नजर आने वाला है. उन्होंने दावा किया 2024 में भी जनता इस गठबंधन को सबक सिखाने का काम करेगी. 


केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर शुक्रवार को वाराणसी में आयोजित 'यूथ 20 समिट' में शामिल होने पहुंचे थे, इस दौरान पत्रकारों ने जब उनसे इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, जो पिछड़े समाज का अपमान करने के बाद भी माफी नहीं मांगते हैं, जनता को राक्षस कहते हैं ये उनका घमंड ही तो हैं. ऐसे गठबंधन का कोई भविष्य नहीं है.


अनुराग ठाकुर ने बोला तीखा हमला


अनुराग ठाकुर ने कहा, "घमंडिया गठबंधन की बैठक कहीं भी हो, इस बैठक में आपको केवल घमंड और अहंकार ही नजर आएगा. जो पिछड़े समाज का अपमान करे और माफी भी न मांगे, जो जनता को राक्षस कहे इससे बड़ा घमंड और क्या हो सकता है. जिनके आपसी तालमेल, सुर और स्वर एक न हों, तो आपको उनका भविष्य क्या लगता है." उन्होंने आगे कहा कि "ये सब तितर बितर हो जाएंगे, समय का इंतजार कीजिए, जो घंमंड लेकर घंमडिया गठबंधन के नेता एक बार फिर से चल रहे हैं जनता इन्हें आने वाले चुनाव में इनका स्थान फिर से दिखाएगी."



मणिपुर को लेकर भी दिया जवाब


मणिपुर के मुद्दे पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि "मणिपुर में लगातार शांति के लिए हम प्रार्थना भी कर रहे हैं, प्रयास भी कर रहे हैं और प्रयासों में काफी हद तक सफलता भी मिल रही है. मेरा इतना ही निवेदन है विपक्ष के नेताओं से आग में तेल डालने की कोशिश न करे, शांति को आह्वान करें और इस पर राजनीति नहीं करना चाहिए. 


आपको बता दें कि विपक्षी दलों की मुंबई में तीसरी बैठक होने जा रही है, लेकिन इससे पहले ही शरद पवार की अजित पवार से सीक्रेट मुलाकात को लेकर कई तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं, वहीं दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच तालमेल दिखाई नहीं दे रहा है. इधर जयंत चौधरी को लेकर भी आए दिन कोई न कोई खबर आ ही जाती है. ऐसे में बैठक से पहले विपक्षी दलों की एकजुटता को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं.  


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