नई दिल्ली, एबीपी गंगा। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया है। जितेंद्र सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) और गिलगित बाल्टिस्तान एक दिन भारत का हिस्सा होंगे। यहां जम्मू-कश्मीर से आये विद्यार्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 के तहत राज्य को प्रदत्त विशेष दर्जे की समाप्ति तीन पीढ़ियों के बलिदान के बाद हो पायी है।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘इस (विशेष दर्जे की समाप्ति) के साथ जम्मू-कश्मीर का भारत संघ में पूर्ण विलय हो गया है। एक ऐसा वक्त भी आएगा जब पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान भी भारत का हिस्सा होंगे।’’ बतादें कि पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे में हैं।
'जम्मू-कश्मीर में युवा और सरकारी कर्मचारी असली लाभार्थी होंगे'
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र-शासित प्रदेशों में बांटने के बाद राज्य में असल में युवा एवं सरकारी कर्मचारी फायदे में होंगे। जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए सिंह ने यह भी कहा कि अतीत में कभी देश ने जम्मू-कश्मीर को प्रदत्त विशेष दर्जे को समाप्त करने का ऐसा अनुकूल समय नहीं देखा और तीन पीढ़ियों के बलिदान के बाद यह स्थिति आयी।
उन्होंने कहा, ‘‘ये जम्मू-कश्मीर के युवा ही है कि जो इसके असली लाभार्थी होंगे। दो केंद्र-शासित प्रदेशों में सरकारी कर्मचारियों की वेतन-भत्ते तीन-चार गुणा बढ़ जाएंगे, वे केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं और अन्य भत्ते के हकदार हो जायेंगे।’’
सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कई ऐसे नेता है जो यह कहकर डर फैला रहे हैं कि विशेष दर्जे के समाप्त होने पर राज्य में अराजकता फैल जाएगी एवं युवा नाराज हो जायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मार्च-अप्रैल, 2020 तक युवा अहसास करेंगे कि उन्हें किस प्रकार का फायदा मिलेगा, और यह कि दो केंद्र शासित प्रदेश किस प्रकार का बदलाव महसूस करेंगे।’