Lucknow News: यूपी के बांदा में शुक्रवार को शिक्षक मतदाता सम्मेलन में शामिल होने आईं केंद्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी को लेकर बड़ा बयान दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए मंत्री निरंजन ज्योति ने कहा कि उन्होंने रामचरितमानस को पढ़ा नहीं है. जिन्हें वेदों का बोध ना हो, उपनिषदों का ज्ञान ना हो, उन्हें टीका टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम किसी के ग्रंथ पर टिप्पणी नहीं करते, शायद यही टिप्पणी कुरान पर कर दिए होते तो पूरे विश्व में फतवा जारी हो जाता.


अखिलेश यादव से की ये मांग


उन्होंने कहा कि मैं स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए इतना ही कहना चाहती हूं कि अखिलेश यादव जिम्मेदार हैं, अगर वह मर्यादा पुरुषोत्तम राम को मानते हैं, रामचरितमानस को मानते हैं ,भारत की जनता को जो आहत किया गया है, अगर वे उनसे असहमत हैं तो मौर्य को अपनी पार्टी से हटाएं और माफी मांगे.


पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति को बताया स्वामी प्रसाद मौर्य का 'चेला'


इसके साथ ही उन्होंने स्वामी प्रसाद का समर्थन करने वाले पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसा गुरु, वैसा चेला. बृजेश प्रजापति स्वामी प्रसाद मौर्या के चेले हैं. निरंजन ज्योति शिक्षक एमएलसी चुनाव को लेकर यहां बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में मतदाता सम्मेलन में शामिल होने आई थीं.


उल्लेखनीय है सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस में दलितों, पिछड़ों और स्त्रियोंं का अपमान होता है. उन्होंने इस पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की थी. उनका कहना है कि इस पुस्तक में कई जगह ऐसा लिखा हुआ है जिससे दलितों की भावना आहत होती है. 


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