केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बैठक में देर से पहुंचे DM-SP, सोशल डिस्टेंसिंग की भी उड़ी धज्जियां
रायबरेली पहुंचीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के कार्यक्रम में अधिकारी लापरवाह बने रहे. यहां कोरोना को लेकर कहीं भी संजीदगी नहीं दिखी. जनता के बीच में मंत्री जी भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करती नहीं दिखीं.
रायबरेली. 2019 के लोकसभा चुनाव में गांधी को गांधी के गढ़ में हराने के बाद भारतीय जनता पार्टी की स्मृति ईरानी ने अमेठी संसदीय क्षेत्र को ना सिर्फ अपना बना लिया बल्कि अमेठी बार-बार आने लगी. सोमवार को इसी कड़ी में स्मृति ईरानी अपने एक दिवसीय दौरे पर अमेठी लोकसभा की सलोन विधानसभा पहुंची. जहां उन्होंने कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया तो अधिकारियों के पेच भी कसे. यहां पहली बार देखने को मिला जब कैबिनेट मंत्री तो बैठक स्थल पर नियत समय पर पहुंच गई लेकिन जिले के डीएम, एसपी लगभग आधे घंटे बाद पहुंचे. तब तक उद्घाटन के लिए मंत्री जी को इंतजार करना पड़ा. स्मृति ईरानी की बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी खूब उड़ी.
अधिकारियों से पहले पहुंचीं स्मृति ईरानी
अपने तय कार्यक्रम के अनुसार स्मृति ईरानी तो बैठक स्थल पर पहुंच गईं, लेकिन देश में दो इंजन की सरकार के आला अधिकारी एक बार फिर पुराने ढर्रे पर ही रहे. स्मृति ईरानी के साथ मंच पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की कुर्सियां स्मृति ईरानी के पहुंचने के बाद भी खाली रहीं. उनके पहुंचने के करीब आधे घंटे के बाद जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. यही नहीं, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के आने के बाद भी कई अधिकारी समय पर नहीं पहुंचे, इससे साफ पता चलता है कि आखिर स्मृति ईरानी ने किस तरह से भला क्षेत्र की तरक्की के लिए अधिकारियों से बातचीत की होगी.
नदारद रही सोशल डिस्टेंसिंग
लोगों से मिलने और जनता के दुख दर्द समझने के चक्कर में देश की कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के नेता व उनके समर्थकों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को तार-तार कर दिया. ना तो उनके बीच 2 फुट की दूरी थी ना ही 4 फुट की. जिले के आला अधिकारी भी नेता के और मंत्री के करीब ही धक्का-मुक्की करते नजर आए. अब आने वाला वक्त ही बताएगा कि इसमें कितने कोरोना को लेकर आते हैं या यहां देकर गए.
हो रहे हैं जनता के कार्य
स्मृति ईरानी ने कहा कि गांवों के समग्र विकास के लिये प्रशासनिक टीम मिलकर काम करेगी. मेरा विशेष आग्रह रहा कि आज जिलाधिकारी से जो हमारे रेकरेमेंट सेंटर्स है उनकी लिस्ट को सब सेंटर्स के साथ जोड़कर बनाया गया है. मैं अभिनंदन करना चाहूंगी जिलाधिकारी को, जिन्होंने त्वरित रूप से किसानों को डिजिटल योगदान करने में सफल हो पाए हैं. अमेठी और रायबरेली में विशेष रुप से सलोन विधान सभा में आज 12 आंगनबाड़ियों का बनना निश्चित रूप से इस बात के संकेत है, जो वर्षों से विकास कार्य बंद थे, वो आज प्रगतिशील सरकार का अपना योगदान है. जनता ने इसी परिवर्तन के लिए भाजपा को वोट दिया था. मुझे इस बात का संतोष है कि जनता की उम्मीदों व कार्य के दम पर खरे उतरे हैं.
ये भी पढ़ें.
डिप्रेशन में गए यूपी के बाहुबली मुख़्तार अंसारी का कैप्टन कौन?