पीलीभीत में नामांकन के पहले दिन अनोखा उम्मीदवार भी देखने को मिला. जिला पंचायत के वार्ड नंबर 26 से राम किशन ने अपना पर्चा भरा है. बताया जा रहा है राम किशन 14 साल से बोल ही नहीं रहे हैं. उन्होंने मौन व्रत रखा है. शरीर पर कई देशों की मुद्रा के सिक्के व रुद्राक्ष धारण किए राम किशन के साथ अन्य उम्मीदवार नामांकन कक्ष के बाहर सेल्फी लेते नज़र आए. उनके प्रस्तावक ने बताया कि उन्होंने 14 साल पहले मौन व्रत रखा था अब जब चुनाव आने वाले थे तो ग्रामीणों ने इनसे चुनाव लड़ने के लिए कहा, जिसके बाद यह नामांकन कराया गया है. फिलहाल जो 14 साल का इनका मौन व्रत था वह अब समाप्त हो रहा है और नवरात्र में इनका मौन व्रत टूट जाएगा. फिर ये जनता से बात भी कर पाएंगे. बता दें कि राम किशन ब्लाक बरखेड़ा के गांव इटारोडा के रहने वाले हैं. 


यूपी में विधानसभा के चुनाव तो साल 2022 में होंगे लेकिन उससे पहले प्रदेश में गांव की सरकार चुनी जानी है. उत्तर प्रदेश में 4 चरणों में पंचायत के चुनाव होने हैं और पहले चरण के लिए 15 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. प्रदेश के 18 जिलों में 15 अप्रैल को वोटिंग होगी. 18 जिलों में 4 पदों पर होने वाले चुनाव में तकरीबन 3 लाख उम्मीदवार चुनाव मैदान में  हैं. इन सभी 18 जिलों में चुनाव प्रचार कल शाम थम जाएगा.


15 अप्रैल को होगी पहले चरण के लिए वोटिंग


यूपी में होने जा रहे पंचायत के चुनाव को पदों की संख्या के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव कहा जा रहा है. पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए वोटिंग 15 अप्रैल को होगी. जिसमें 18 जिलों में वोट डाले जाएंगे.  यह जिले- अयोध्या, आगरा, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, जौनपुर, झांसी, प्रयागराज, बरेली, भदोही, महोबा, रामपुर, रायबरेली, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, सहारनपुर, हरदोई, और हाथरस हैं. इन सभी जिलों में 4 पदों के लिए प्रत्यक्ष वोटिंग होगी यानी यहां जनता वोट डालेगी. ये 4 पद जिला पंचायत वार्ड सदस्य, क्षेत्र पंचायत वार्ड सदस्य, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य या जिसे पंच कहते हैं. 18 जिलों में अगर इन 4 पदों पर कुल उम्मीदवारों की बात करें तो उनकी संख्या तकरीबन 2 लाख 99 हजार 12 है, जो अपने आप में एक बहुत बड़ी संख्या है. तमाम उम्मीदवार गांव में जोर शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं.


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