Prayagraj Mankameshwar Mandir: भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना सावन रविवार 25 जुलाई से शुरू हो रहा है. कोरोना की महामारी के मद्देनजर संगम नगरी प्रयागराज के शिव मंदिरों में इस साल विशेष इंतजाम किए गए हैं. यहां इस साल मंदिरों में श्रद्धालुओं को सीमित संख्या में ही प्रवेश दिया जाएगा, साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन भी कराया जाएगा. प्रयागराज के प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर में तो इस बार सावन पर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के तौर पर खास उपहार दिया जाएगा. मंदिर प्रशासन सभी श्रद्धालुओं को दर्शन के बाद पौधे उपहार में देगा. ये पौधे खासतौर पर पीपल, बरगद, जामुन, नीम, अमरूद, नींबू समेत अन्य वृक्षों के होंगे. 


श्रद्धालुओं को प्रसाद के तौर पर दिए जाएंगे पौधे 
मंदिर के मुख्य प्रबंधक स्वामी दयानंद धरानंद ब्रह्मचारी के मुताबिक कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से तमाम लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. ऐसे में लोग पर्यावरण के प्रति सचेत होकर प्राकृतिक ऑक्सीजन बढ़ाने की कोशिश करें, इसी वजह से सावन महीने में आने वाले श्रद्धालुओं को पौधे प्रसाद के तौर पर दिए जाएंगे. स्वामी धरानंद ब्रह्मचारी के मुताबिक श्रद्धालु इन प्रसाद रूपी पौधों को घर ले जाकर भूल ना जाएं, इसके लिए उन्हें मंदिर परिसर में पौधों की रक्षा करने का संकल्प भी दिलाया जाएगा. प्रयागराज के कुछ अन्य शिवालयों में भी श्रद्धालुओं को इसी तरह से उपहार में पौधे देकर हरियाली को बढ़ाने की कोशिश की जाएगी.


कोरोना प्रोटोकॉल का होगा पालन
संगम नगरी प्रयागराज के तमाम शिव मंदिरों में पूरे सावन मास मेले सरीखा माहौल रहता है. रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं. ऐसे में इस बार कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन कराते हुए श्रद्धालुओं, मंदिरों से जुड़े पुजारियों और कर्मचारियों को महामारी से बचाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा. प्रयागराज में यमुना किनारे स्थित भगवान राम द्वारा स्थापित प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर में इस बार सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए मंदिर परिसर से लेकर बाहर की सड़क तक 2 गज की दूरी पर सर्किल बनाए गए हैं. इसके साथ ही सभी श्रद्धालुओं को मास्क लगाकर आना अनिवार्य होगा. मंदिर को दिन में सैनिटाइज भी किया जाएगा.


ऑनलाइन प्रसारण की व्यवस्था
मनकामेश्वर समेत तमाम मंदिरों की कमेटियों के सदस्यों ने श्रद्धालुओं से घर पर ही पूजा-अर्चना करने की अपील की है. श्रद्धालु घर बैठे भगवान भोलेनाथ का दर्शन कर सकें, उनकी आरती और पूजा देख सकें इसके लिए ऑनलाइन प्रसारण की भी व्यवस्था की गई है. इनके अलावा जो भी श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए आएंगे, उन्हें रुकने की इजाजत नहीं होगी. सिर्फ दर्शन कर फौरन वापस चले जाना होगा. 


उत्साहित हैं श्रद्धालु
बहरहाल, प्रयागराज के मनकामेश्वर मंदिर और अन्य शिवालयों में इस बार प्रसाद के तौर पर पौधा दिए जाने के एलान के बाद से श्रद्धालु भी खासे उत्साहित हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर में प्रसाद के तौर पर मिलने वाले पौधों को वो ना सिर्फ अपने घर या पड़ोस की किसी जगह पर लगाएंगे बल्कि उसकी रक्षा भी करेंगे. प्रयागराज में सावन पर इस बार शिव मंदिरों में कोरोना महामारी के खात्मे के लिए विशेष अनुष्ठान किए जाएंगे और साथ ही भगवान भोलेनाथ की विशेष आराधना भी की जाएगी.



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