Unnao Crime News Today: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के सर्विस लेन में 4 दिन पहले महिला और बच्ची के शव की शिनाख्त मां-बेटी के रूप में हुई है. मां-बेटी की हत्या कर हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के सर्विस लेन के पास फेंका गया था. पुलिस ने डबल मर्डर की गुत्थी सुलझाते हुए सर्विलांस की मदद से सनसनीखेज खुलासा किया. मां-बेटी की हत्या ईंट भट्ठा व्यवसाई की पत्नी ने अपने ड्राइवर, नौकर और 2 अन्य की मदद से की है.


महिला की हत्या की वजह ईंट भट्ठा व्यवसाई के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहना निकला. ईंट भट्ठा व्यवसाई की पत्नी ने महिला को रास्ते से हटाने के लिए खौफनाक साजिश रची. बेटी सच न उगल दे इसलिए मासूम को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने हत्या की मास्टर माइंड महिला, ईंट भट्टा मालिक (प्रेमी) समेत दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. एक आरोपी पुलिस के चंगुल से बाहर है. पुलिस के खुलासा में मृतका के पास से मिली पर्स ने सबसे अहम भूमिका निभाई है.  


पुलिस ने सुलझाई डबल मर्डर की गुत्थी 


हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन पर ताला सराय गांव के पास बीते मंगलवार भोर पहर एक युवती और बच्ची की हत्या कर शव फेंके जाने की गुत्थी लगभग सुलझ गई है. मृतक महिला की पहचान रोशनी (25) पत्नी छोटू तिवारी और मासूम बेटी दिव्या की लखीमपुर खीरी कांशीराम कॉलोनी निवासी के रूप में हुई है. उसके पास से हरदोई के लखनऊ रोड मन्ना पुरवा के सुनील कुमार ज्वेलर्स की दुकान का पर्स और विजिटिंग कार्ड मिला था.


पुलिस के सामने आरोपी महिला ने उगला सच


एसपी की तरफ गठित चार सदस्यीय टीम ने दुकान पहुंचकर उसकी पहचान कराई थी. इस पर सर्राफ ने एक मोबाइल नंबर दिया था. इसी नंबर के सहारे उसकी पहचान की गई. पुलिस की जांच में पता चला कि महिला का अपने पति से शादी के कुछ समय बाद अलगाव हो गया था. इसके बाद से वह लखनऊ के पारा स्टेट लान के पास रहने लगी थी. मृतका के घर से 500 मीटर दूर रहने वाले उसके भट्ठा मालिक मोनू मौर्य और उसकी पत्नी ज्योति को पुलिस ने उठाकर कड़ाई से पूछताछ की तो ज्योति ने सच उगल दिया.


प्रेम प्रसंग में महिला ने की पति की प्रेमिका की हत्या 


ज्योति ने बताया कि पति मोनू से महिला के अवैध संबंध थे. कई बार मना करने पर भी वे लोग नहीं माने. 5 मई को दोनों ने शादी की सालगिरह भी मनाई थी. जिसका पता मोनू की पत्नी ज्योति को चला तो उसने खुद की जिंदगी को बर्बाद होते देख पति की प्रेमिका को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की खौफनाक कहानी रच दी. ज्योति ने 6 मई की देर रात रोशनी को अपने पति मोनू के मोबाइल फोन से कॉल कर बताया कि मोनू की तबीयत बिगड़ गई है अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हम तुमको लेने आ रहे हैं. घर पहुंचकर ज्योति ने रोशनी और उसकी 5 साल की बेटी दिव्या को कार में बैठाया. इस दौरान ज्योति ने अपने ड्राइवर निरंकार, नौकर कल्लू , प्रिंस समेत 2 अन्य साथियों के साथ हत्या की घटना को अंजाम दिया.


हत्या के बाद रात के अंधेरे में कार से हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे की सर्विस लेन पर मां-बेटी के शव फेंक कर फरार हो गए थे. पुलिस ने 3 दिन में हत्या का खुलासा कर घटना में प्रयोग कार, मुख्य आरोपी महिला, नौकर कल्लू समेत तीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. 


(जितेन्द्र मिश्रा आज़ाद की रिपोर्ट)


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