उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले की दोनों पीड़िताओं का अंतिम संस्कार हो गया है. नाबालिग होने की वजह से दोनों लड़कियों को गांव के पास ही एक खेत में दफ़नाया गया है. पीड़िताओं के परिजनों, कुछ ग्रामीणों और पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार हुआ.


बता दें कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले स्थित बबुरहा गांव में तीन नाबालिग लड़कियां बेहोशी की हालत में पाई गई थीं. इनमें से दो लड़कियों को जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया, जबकि तीसरी लड़की को गंभीर हालत में कानपुर के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया था. ये लड़कियां बुधवार रात को गांव के एक खेत में बेसुध हालत में मिली थीं. गुरुवार रात को लड़कियों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए थे. पुलिस ने कहा कि लड़कियों के विसरा को आगे की जांच के लिए सुरक्षित रखा गया है.


राज्य मानवाधिकार आयोग ने मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए उन्नाव के पुलिस अधीक्षक से दो हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मांगी है. यूपी महिला आयोग बच्चियों के घर जाएगा. यूपी महिला आयोग के सदस्य वहां सदस्यों से बात कर पूरी जानकारी लेंगे और घटनास्थल का भी निरीक्षण करेंगे.


पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चियों की मौत का कारण स्पष्ट नहीं


पुलिस ने बताया कि दोनों दलित लड़कियों के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है और उनके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं पाया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक दोनों लड़कियों की मौत जहर से हुई है. रिपोर्ट में किसी भी तरह की अंदरूनी या बाहरी चोट नहीं आई है. आईजी लक्ष्मी सिंह ने कहा, परिवार के बयान के आधार पर जांच हो रही है, आगे फॉरेंसिक जांच से बातें साफ होंगी. परिवार के आरोप और पुलिस की जांच में इस अंतर को समझिए .


परिवार इसे हत्या बता रहा है तो पुलिस को शक है कि ये ऑनर किलिंग का मामला हो सकता है. पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करते हुए जांच के लिए 6 टीमें बनाईं हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए DGP हितेंद्र चंद्र अवस्थी से रिपोर्ट तलब की है. वहीं, एससी कमीशन ने यूपी के डीजीपी और मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया है.


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