UP News: उन्नाव में डेंगू, वायरल फीवर के मामले थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन मरीजों की बड़ी संख्या अस्पताल पहुंच रही है. डेंगू की दस्तक से वायरल फीवर मरीजों में दहशत का माहौल है. डॉक्टर वायरल बुखार के मरीजों को डेंगू की जांच कराने की सलाह दे रहे हैं. मरीजों का इलाज करने के लिए जिला अस्पताल में अलग डेंगू वार्ड बनाया गया है. वायरल फीवर के मामलों ने स्वास्थ्य सेवाएं को नाकाफी बना दिया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्थिति के नियंत्रण में होने का दावा करते हैं.


वायरल फीवर मरीजों में डेंगू का फैला खौफ


बीते 20 दिनों के आंकड़े दावे की कलई खोल देते हैं. वायरल बुखार के 152 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सत्यप्रकाश ने बताया कि 152 मरीज डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं. डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट है. बेहतर इंतजाम के निर्देश डॉक्टर और स्टाफ को दिए जा चुके हैं. अस्पताल में मरीजों की मॉनिटरिंग की जा रही है. उन्होंने डेंगू की रोकथाम के लिए एडवायजरी जारी की है. डेंगू मच्छर से बचने के लिए फूल आस्तीन वाले कपड़े का इस्तेमाल करें.


7 मोहल्लों को किया गया हाई रिस्क घोषित


आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें. बुखार होने पर तत्काल डॉक्टर से सलाह लें. उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर 3 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलाया जा रहा है. गंगा में बाढ़ आने के कारण दो दर्जन से अधिक मोहल्लों में जलभराव की स्थिति है. कई मोहल्लों में बाढ़ का पानी भरा होने से संक्रामक बीमारी फैल गई है. सीएमओ कार्यालय ने सात मोहल्लों को हाई रिस्क जोन घोषित किया है. पालिका को संवेदनशील क्षेत्रों में साफ सफाई और दवा छिड़काव का निर्देश दिया गया है. ईओ मुकेश मिश्रा के निर्देश पर जगनी खेड़ा, गांधी नगर में साफ सफाई और एंटी लार्वा का छिड़काव किया गया. 


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