Unnao District Women's Hospital: यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) लगातार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए तमाम स्वास्थ्य केन्द्रों में औचक निरीक्षण कर रहे हैं और स्वास्थ्य अधिकारियों को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर दिशा निर्देश दे रहे हैं. वहीं उन्नाव के जिला महिला अस्पताल पर लगता है इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. हालत ये है कि ये अस्पताल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इस जिला अस्पताल में लगी खून की जांच करने वाली मशीन पिछले 1 महीने से खराब पड़ी हुई है जिसके चलते मरीजों को खून की जांच कराने के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी पर जाना पड़ रहा है.
एक महीने से खराब पड़ी है मशीन
उन्नाव में स्वास्थ्य सुविधाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं वो भी तब जब यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक लगातार खुद इन अस्पतालों का दौरा कर निरीक्षण कर रहे हैं. उन्नाव के इस जिला अस्पताल की बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर जांच मशीन खराब होने से लीवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, शुगर, लिपिड प्रोफ़ाइल की जांच नहीं हो पा रही है. बताया जा रहा है कि जांच मशीन करीब डेढ़ महीने से खराब पड़ी है. जिससे गर्भवती महिला व महिला मरीजों को प्राइवेट पैथोलॉजी के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ा रहा है.
प्राइवेट लैब के सहारे मरीज
अस्पताल की खून जांचने की मशीन का पंप रिपेयरिंग के लिए 1.17 लाख का बजट चाहिए. विभागीय सिस्टम व बजट की खींचा-तानी में मशीन का पंप रिपेयर नहीं हो पा रहा है. जिसका खामियाजा सीधे तौर पर गरीब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. उन्हें मजबूरी में प्राइवेट लैब का सहारा लेना पड़ता है. इस बारे में जब सीएमएस डॉ तौसिक रिजवी से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा को पत्राचार किया जा चुका है. मशीन का पंप खराब होने से मरीजों को जांच कराने में दिक्कत आ रही है.
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