Unnao News: कानपुर लखनऊ एक्सप्रेसवे में हो रहे निर्माण कार्य के दौरान गांव के सामने कट न बनने से करीब आधा दर्जन गांवों के ग्रामीण ने आज धरना प्रदर्शन किया है. ग्रामीणों का आरोप है की कट न बनने से उन्हें कई किलोमीटर घूम कर मुख्य मार्ग पर पहुंचना पड़ रहा है. जिससे भविष्य में समस्याओं से जूझना पड़ेगा. आक्रोश को देखकर पहुंचे पीएनसी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है जिसके बाद धरने पर बैठे ग्रामीण शांत हुए हैं.


पुरवा ब्लाक क्षेत्र के रसीदपूर, इब्राहिमपुर, लऊ खेड़ा, खत्री खेड़ा समेत अन्य गांव के एक सैकड़ा से अधिक ग्रामीण आज उन्नाव कानपुर स्टेट हाईवे पर हो रहे निर्माण कार्य को लेकर रसीदपुर गांव के सामने पहुंचे. ग्रामीण अजय राजेश कुमार दीक्षित ने अपने सभी ग्रामीणों के साथ मिलकर हो रहे निर्माणकारी को रोक दिया. सभी ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे का जब कार्य शुरू हुआ था तब अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि गांव के सामने कट बनाया जाएगा. कुछ दिन बाद जब काम शुरू हुआ तो कट को नहीं बनाया गया. इस बात का जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो अफसर ने उन्हें आश्वासन दिया फ्लाईओवर बनने के बाद कट को खोल दिया जाएगा और रास्ता बनाया जाएगा. 


पीएनसी अधिकारी ने कट बनाने का दिया ग्रामीणों को आश्वासन
एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग पूरा होने पर है. फिर भी कट नहीं खोला गया. जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश रहा. वहां मौजूद ग्रामीणों में अजय ने बताया कि उन्हें मुख्य मार्ग तक आने के लिए कई किलोमीटर तक चक्कर लगाना पड़ता है. तब वह पहुंच पाते हैं. यदि कट नहीं बनेगा तो भविष्य में सभी ग्रामीणों को समस्या होगी. धरने पर बैठा देख पीएनसी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कट को बनाने का आश्वासन दिया है जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है जब तक कट नहीं बनेगा. तब तक वह निर्माण कार्य नहीं होने देंगे.


ये भी पढ़ें: Uttarakhand News: राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष ने मदरसों पर जताई चिंता, कहा- '70 साल बाद भी देश में कोई नीति नहीं'