Unnao News: गुमनाम चिट्ठी में साक्षी महाराज को मिली मारने की धमकी, अपनी सुरक्षा को लेकर CM योगी से करेंगे मुलाकात
अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव का दौरा करते हुए सांसद साक्षी महाराज ने उदयपुर और अमरावती की घटना का जिक्र किया और कहा कि गुमनाम चिट्ठी में उन्हें भी मारने की धमकी दी गई है.
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UP News: बीजेपी सांसद साक्षी महाराज (Sakshi Maharaj) ने उन्नाव (Unnao) दौरे पर एक गुमनाम चिट्ठी ( Unanimous letter) का जिक्र किया जिसमें उन्हें मारने की धमकी (Death Threat) दी गई है. इस चिट्ठी में साक्षी महाराज के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) की पत्नी को जान से मारने की धमकी दी गई है और उनकी तस्वीर पर कट का निशान लगा हुआ है. साक्षी महाराज ने इस पर कहा कि कुछ असामाजिक तत्व देश में अशांति पैदा करना चाहते हैं.
'कानपुर-उन्नाव में हैं आतंकवाद की जड़ें'
साक्षी महाराज ने उदयपुर में कन्हैयालाल और अमरावती में उमेश नाम के व्यक्ति की हत्या की घटना का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा, 'धमकियां तो पहले भी मिलती रही हैं. लेकिन अब जो धमकी मिली है चिंता का विषय है जो आतंकी संगठन देश में सक्रिय हैं वे योजनाबद्ध तरीके से देश में अशांत माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं. मैं यहां से सांसद हूं. उन्नाव और कानपुर एक है और उनके बीच केवल गंगा की धार है. यहीं के लोगों ने पहले मुझे बम से उड़ाने की धमकी दी थी. आतंक की जड़ें उन्नाव-कानपुर में हैं. मैं अपनी सुरक्षा और अलगाववादी संगठनों के मुद्दे को लेकर सीएम से मिलूंगा.'
'दोस्तों ने ही किया विश्वासघात'
सांसद साक्षी महाराज ने एक सवाल के जवाब में कहा,'उदयपुर की हिंसा कोई एकाएक हुई घटना नहीं है. किसी क्रिया की प्रतिक्रिया नहीं है. नूपुर के बयान से इसका नाता नहीं है. स्कूटर का नंबर 2611 कब लिया. वह नंबर लेने से ही पता चलता है कि उसकी मानसिकता क्या थी और कानपुर से खंजर कब बनवाए गए थे.उदयपुर के मामले में हत्यारा कन्हैया का पड़ोसी था. वह उनसे कपड़े सिलवाते थे. मित्रता थी और इतना बड़ा विश्वासघात. अमरावती में जो घटना हुई वह तो 10 साल पुराना मित्र था और वह उनकी अंत्येष्टि में भी गया. ऐसे ही कमलेश तिवारी की हत्या हुई. उसमें भी 10 साल पुराना संबंध था तो किस पर विश्वास किया जाए? यह तो लोगों को सोचना पड़ेगा. मुझे तो विशेष रूप से सोचना पड़ेगा कि आखिरकार लोग हिंदू नेताओं को लेकर कोई बड़ा षड्यंत्र तो नहीं कर रहे हैं.'
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