Hospitals Without License in Unnao: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) जिले में प्राइवेट इलाज के नाम पर बड़ा खेल चल रहा है. आलम ये है कि बिना पंजीकरण कराए क्लीनिक (Clinics) और नर्सिंग होम (Nursing Homes) ही नहीं बल्कि ट्रामा सेंटरों का भी संचालन हो रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब लोगों की शिकायतों के पर डीएम रविंद्र कुमार (DM Ravindra Kumar) के कड़ा रुख अपनाते हुए सीएमओ (CMO) को अभियान चलाकर जांच कराने का निर्देश दिया. 


सीएमओ ने मांगा स्पष्टीकरण 
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार के निर्देश पर सीएमओ डॉ सत्यप्रकाश ने टीम गठित कर निजी अस्पतालों की जांच का अभियान चलवाया. सीएमओ के निर्देश पर नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ ललित ने बांगरमऊ सीएचसी अधीक्षक डॉ मुकेश के साथ बांगरमऊ में संचालित अस्पतालों की जांच की. जिसमें, बांगरमऊ में संचालित 5 नर्सिंग होम...फैमली हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर, एकता नर्सिंग होम, आस्था नर्सिंग होम, बांगरमऊ हॉस्पिटल तथा हाइटेक हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के संचालक लाइसेंस नहीं दिखा सके. इस दौरान ट्रामा के मानक भी पूरे नहीं मिले. नोडल अधिकारी डॉ ललित की रिपोर्ट पर सीएमओ ने सभी अस्पतालों को तत्काल बंद करने और 3 दिन में लाइसेंस और अन्य कमियों के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है. 


बिना लाइसेंस हॉस्पिटल नहीं चलेगा
वहीं, मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश ने बताया कि जिलाधिकारी रविंद्र कुमार का आदेश है कि बिना लाइसेंस के कोई भी हॉस्पिटल नहीं चलेगा. यहां पर सूचना मिल रही है कि जिले में बिना लाइसेंस के हॉस्पिटल संचालित किए जा रहे हैं. हम लोग तुरंत उनकी जांच करा के कार्रवाई कर रहे हैं. उन्नाव शहर में 2 से 3 असपतालों पर कार्रवाई कर रहे हैं. इसी तरह बांगरमऊ में जानकारी मिली है तो टीम भेजकर 5 नर्सिंग होम को नोटिस जारी किया गया है. अगर ये फिर संचालित पाए गए तो इनके खिलाफ एफआईआर की जाएगी.



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