उन्नाव बलात्कार पीड़िता, उनके वकील की हालत नाजुक, जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया: एम्स
लखनऊ से एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाई गई उन्नाव रेप पीड़िता की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। दूसरी ओर उनके वकील की हालत भी गंभीर है। एम्स अधिकारियों ने बताया दोनों जीवन रक्षक प्रणाली पर है।
नयी दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली के एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता और उनके वकील की हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में 28 जुलाई को कार-ट्रक की टक्कर में 19 साल की पीड़िता तथा उनके वकील गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए सोमवार को लखनऊ के एक अस्पताल से हवाई मार्ग से नई दिल्ली के अस्पताल पहुंचाया गया था।
लखनऊ के अस्पताल के अधिकारियों ने कहा था कि उन्हें निमोनिया हो गया है। घटना में उनके वकील के सिर पर चोटें आईं थी, उन्हें यहां ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया था। एम्स के अधिकारियों ने बताया कि उनके मस्तिष्क में गंभीर चोट आई है और कई हड्डियां भी टूट गई हैं।
एम्स के मीडिया एवं प्रोटोकॉल प्रभाग की अध्यक्ष आरती विज ने बताया कि दोनों की हालात गंभीर है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।विज ने बताया कि दोनों मरीज़ों का इलाज अलग अलग विभागों के डॉक्टरों की एक टीम कर रही है। दिल्ली यातायात पुलिस ने सोमवार को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से ट्रॉमा सेंटर पहुंचाने के लिए ‘ग्रीन कॉरिडोर ’ बनाया था।
बलात्कार पीड़िता ने भाजपा के निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर उनके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया है। घटना 2017 की है जब वह नाबालिग थी।