लखनऊ, एबीपी गंगा। उन्नाव में गुरुवार तड़के गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जला दिया गया। आरोपियों की ओर से आग के हवाले की गई पीड़िता की हालत नाजुक है। पीड़िता के बेहतर उपचार के लिए उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया है। पीड़िता को लखनऊ से एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया है। बतादें कि पीड़िता 90 फीसदी तक जल चुकी है और उसे लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
गौरतलब है कि उन्नाव जिले के बिहार थानाक्षेत्र के गौरा मोड़ के पास गुरुवार की सुबह गैंगरेप पीड़ित युवती को आरोपियों ने जिंदा जलाने का प्रयास किया। वारदात को उस समय अंजाम दिया गया जब पीड़िता मुकदमे की तारीख पर रायबरेली के लिए ट्रेन पकड़ने जा रही थी। इस मामले में सभी पांचो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
सीएम योगी ने तलब की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। योगी ने शुक्रवार शाम तक यह रिपोर्ट मांगी है। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह आदेश भी दिया कि पीड़िता को सरकारी खर्च के लिए हर संभव मदद दी जाए। कमिश्नर और आईजी को घटनास्थल का मुआयना करने के लिए भेजा गया है। इस मामले के सभी पांचों आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
क्या है मामला?
बिहार क्षेत्र के भाटनखेडा गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर 2018 को इलाके की एक युवती को अगवा करके रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में गैंगरेप किया था। जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में पंजीकृत है और रायबरेली कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है। इस केस की जांच रायबरेली पुलिस ने की थी। केस में कुछ आरोपी जेल से जमानत पर बाहर आए थे।
घटना पर सियासत तेज
उन्नाव घटना पर सियासत भी तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने चौतरफा योगी सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, 'कल देश के गृह मंत्री (अमित शाह) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की कानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है। बीजेपी नेताओं को अब फर्जी प्रचार से बाहर निकलना चाहिए।'
वहीं, उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने इस घटना पर कहा, 'पहले इन आरोपियों को मैंने ही जेल भिजवाया था। यह बहुत ही निंदनीय अपराध है। जो भी दोषी हैं, उसे बक्शा नहीं जाएगा। दुष्कर्म करने वालों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।'