लखनऊ, एबीपी गंगा। उन्नाव रेप पीड़िता कार दुर्घटना मामले में सीबीआई ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 नामजद लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अलावा सीबीआई ने 20 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक साजिश, हत्या, हत्या के प्रयास और आपराधिक धमकी के तहत मामला दर्ज किया है। जिन नामजद पर केस दर्ज हुआ है, इनमें एक योगी सरकार के मंत्री का दामाद है, जो नवाबगंज से ब्लॉक प्रमुख है। इसके अलावा आरोपी बीजेपी विधायक का भाई, वकील और ठेकेदार भी नामजद आरोपियों की लिस्ट में शामिल हैं।


उन्नाव केस में कौन-कौन नामजद आरोपी


अरुण सिंह
इस मामले में नामजद आरोपी अरुण सिंह योगी सरकार में कृषि राज्य मंत्री और फतेहपुर जिले के हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह का दामाद है। साथ ही, नवाबगंज से ब्लॉक प्रमुख हैं। उनको आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर का करीबी कहा जाता है।


मनोज सेंगर
नंबरदार के नाम से मशहूर आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का भाई मनोज सेंगर भी नामजद आरोपियों की लिस्ट में शामिल है। उसपर उन्नाव रेप पीड़िता के पिता को बुरी तरह से पीटने का आरोप भी लगा है। उसकी क्षेत्र में काफी अच्छी पैठ भी है। उसका नाम शहर के बड़े ठेकेदारों की लिस्ट में गिना जाता है।


शशि सिंह
शशि सिंह वो महिला है, जिसपर 17 वर्षीय उन्नाव रेप पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाए थे। रेप पीड़िता ने बताया था कि 4 जून 2017 को बीजेपी विधायक ने अपने घर पर उसका रेप किया था। इस साजिश में शशि सिंह का नाम भी सामने आया था, फिलहाल वो इस वक्त जेल में बंद है। पीड़िता को विधायक के घर ले जाने का आरोप इसी महिला पर लगा है।


हरिपाल सिंह, नवीन सिंह
नामजद की लिस्ट में शशि सिंह के पति हरिपाल सिंह और बेटे नवीन सिंह का भी नाम शामिल है।


वकील और ठेकेदार
नामजद वकील अवधेश सिंह और विधायक के करीबी विनोद मिश्रा, ठेकेदार कोमल सिंह और रिंकू सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनके अलावा 15-20 अन्य लोगों के नाम भी एफआईआर दर्ज की गई है।


केंद्र ने दी सीबीआई जांच की मंजूरी


इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की मांग की थी, जिसे मंजूरी दे दी गई है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि सीबीआई ने सामान्य प्रक्रिया के अनुसार प्राथमिकी फिर से दर्ज करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस से दुर्घटना मामले की जांच अपने हाथ में ले ली। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने अपने अधिकारियों को भी सतर्क कर दिया है जो दुर्घटनास्थल का मुआयना कर सकते हैं और दुर्घटनास्थल रायबरेली में गुरुबख्शगंज पुलिस थाना अधिकारियों से जानकारी ले सकते हैं। केंद्र ने उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश पर मंगलवार को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने पर राज्य सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है।


गौरतलब है कि रायबरेली में तेज गति से जा रहे एक ट्रक ने रविवार को एक कार को टक्कर मार दी थी, जिसमें बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती, उसकी रिश्तेदार और वकील सवार थे। उत्तरप्रदेश पुलिस ने दुर्घटना मामले में सोमवार को सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।

CJI ने पीड़िता के परिवार की चिट्ठी पर मांगी रिपोर्ट


उन्नान रेप मामले में पीड़िता की चिट्ठी का खुलासा होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि मीडिया में रेप पीड़िता के घरवालों की एक चिट्ठी सामने आई है, जो सीजेआई के नाम लिखी गई है। इसपर सीजेआई ने पूछा है कि आखिर ये चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट कब और कैसे आई। इसमें क्या मांग की गई है।


पीड़िता के चाचा को मिली पेरोल

उन्नाव रेप पीड़िता की चाची केअंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद पीड़िता के चाचा को एक दिन के पेरोल मिली है। सुबह 11 बजे गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के बालूघाट में पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार हुआ। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पीड़िता के चाचा को रायबरेली जेल से सीधे गंगाघाट पर लाया गया। इस बीच पीड़िता के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।