लखनऊ, एबीपी गंगा। उन्नाव गैंगरेप पीड़ित के चाचा महेश की पेरोल को लेकर पीड़ित परिवार धरने पर बैठ गया है। इस बीच पीड़ित परिवार ने लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। बता दें कि पीड़ित परिवार जेल में बंद चाचा के मुकदमे को वापस लेने और पेरोल पर बाहर लाने की मांग पर अड़े हैं। उधर, रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना के बाद उन्नाव रेप पीड़ित अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। साथ ही, हादसे में घायल हुए वकील की भी हालत गंभीर बनी हुई है। दूसरी ओर यूपी सरकार ने केंद्र से उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश की है।
लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ट्रॉमा सेंटर के बाहर धरने पर बैठे उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के परिवार का कहना है कि कुलदीप सेंगर को जल्द से जल्द सजा दी जानी चाहिए और महेश सिंह (पीड़िता के चाचा) को जेल से रिहा किया जाना चाहिए।
बता दें कि पीड़िता के चाचा की रिहाई के लिए लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट के अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी अर्जी दाखिल करेगा। चाचा महेश को एक पुराने मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा सजा सुनाई गई है। इसी सजा के खिलाफ हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में अपील दाखिल की गई है। नियम के मुताबिक, अपील सुनने वाली अदालत को ही पैरोल देने का अधिकार होता है, लेकिन हाईकोर्ट की मंजूरी के बिना पेरोल नहीं हो सकती। राज्य सरकार विशेषाधिकार के तहत सिर्फ अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पेरोल की अनुमति मिल सकती है।
गौरतलब है कि रविवार को रायबरेली में उन्नाव रेप पीड़िता की गाड़ी का एक्सीडेंट होने के बाद आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाई मनोज सिंह सेंगर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। वहीं, 10 नामजद और 20 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है। इन सभी पर हत्या, हत्या करने का प्रयास और आपराधिक साजिश की धाराओं में केस दर्ज हुआ है। इस सड़क हादसे के बाद से आरोपी विधायक का परिवार लापता है। उन्मा के माखी में उनके घर पर ताला लटका हुआ है।
क्यों सड़क दुर्घटना पर उठे सवाल
बता दें कि उन्नाव रेप पीड़िता की गाड़ी को ट्रक ने टक्कर मार दी थी। इस सड़क दुर्घटना पर सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि ट्रक की नंबर प्लेट पर ग्रीस पुती हुई थी। वहीं, रेप पीड़िता की सुरक्षा के तैनात सिपाही भी उसके साथ नहीं थे। ये हादसा है या साजिश इसकी जांच की जा रही है। यूपी की डीजीपी ने भी रेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की है और उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा जताया है।