Sikkim Accident: नम आंखों से हुई शहीद श्याम सिंह यादव की विदाई, साक्षी महराज समेत कई नेता अंतिम यात्रा में पहुंचे
UP News: वंदे मातरम और भारत माता के जयकारों के बीच हुई अंतिम यात्रा. तिरंगे में लिपटा आया शहीद बेटे का शव. शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान दिया.
Sikkim Army Truck Accident: नार्थ सिक्किम में हुए सड़क हादसे में सेना में नायक के पद पर तैनात उन्नाव का जवान श्याम सिंह यादव शहीद हो गया था. शहीद के अंतिम दर्शन के लिए शाम से ही भीड़ उमड़ पड़ी थी. देर रात यूपी के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित, विधायक अनिल सिंह, पूर्व सपा विधायक उदयराज यादव ने गांव पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया था. मुख्यमंत्री ने शहीद के आश्रितों को 50 लाख रुपये और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की घोषणा कर सरकार की तरफ से शोक संवेदना व्यक्त की है. रविवार को शहीद का पार्थिव शरीर लेकर सेना के अधिकारी गांव पहुंचे तो लोगों के आंख में आंसू थे और जुबां पर वंदे मातरम और भारत माता की जयकारों के उद्घोष. शहीद के मासूम बेटे ने मुखाग्नि दी.
राज्य सरकार ने दी मदद
मौरावां थाना क्षेत्र के ककरारी गांव निवासी सुंदर लाल यादव के 30 साल का बेटा श्याम सिंह यादव साल 2011 में सेना में नायक के पद पर भर्ती हुए थे. शहीद श्याम का विवाह 2013 में रायबरेली के रहने वाली विनीता से विवाह हुआ था, शहीद का 8 साल का बेटा भी है. बताया जा रहा है की वो छुट्टियां खत्म होने पर बीते 8 दिसम्बर को वापस ड्यूटी पर सिक्किम गए थे. शुक्रवार रात परिवार को घटना की जानकारी और बेटे की शहादत की खबर मिलते परिवार में कोहराम मच गया. सरकार की तरफ से राज्यमंत्री रजनी तिवारी सुबह ही शहीद के घर पहुंच गई थी. डीएम अपूर्वा दुबे और एसपी सिद्धार्थ शंकर मीणा भी शहीद के घर सुबह से ही डेरा जमा दिया था.
प्रशासनिक अधिकारियों ने अंतिम संस्कार का इंतजाम कराया. शहीद की पत्नी विनीता ने राज्यमंत्री से पेट्रोल पंप, डेढ़ करोड़ रुपए, शहीद पति के स्मारक को बनवाने की मांग की. राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने मुख्यमंत्री से बात कर मांग पूरी करने का आश्वासन दिया. राज्यमंत्री ने शहीद की पत्नी को बताया कि मुख्यमंत्री ने पहले ही 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी की घोषणा की है.
तिरंगे से लिपटा पहुंचा बेटा
रविवार सुबह करीब 9 बजे लखनऊ एयरपोर्ट से सेना के अधिकारी शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर ककरारी गांव पहुंचे तो भारत माता की जयकारों से गांव की गलियां गूंज उठी. तिरंगे में लिपटे बेटे का शव देखकर पिता सुंदरलाल फक्र महसूस तो कर रहे थे, शहीद की पत्नी विनीता एकटक निहारे जा रही थी. शव को लिपटकर पत्नी चीख पड़ी तो मां बदहवास होकर गिर पड़ी. हर आंख नम थी. सांसद साक्षी महाराज ने शहीद के परिवार से मुलाकात कर सरकार की तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इसके बाद सांसद ने शहीद के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी. सेना के जवानों ने परिजनों को संभालते हुए शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान दिया.
शहीद की अंतिम यात्रा के दौरान विधायक पंकज गुप्ता, विधायक अनिल सिंह और अन्य ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया. गांव के बाहर शहीद का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया. अंतिम संस्कार में राज्यमंत्री रजनी तिवारी, सांसद साक्षी महाराज, DM अपूर्वा दुबे, SP एस एस मीना , विधायक पंकज गुप्ता, बीजेपी विधायक अनिल सिंह, सपा नेता सुनील सिंह साजन, पूर्व विधायक उदयराज यादव, सपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव समेत हजारों की भीड़ शामिल रही.
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