UP Assembly Election 2022: उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा है कि सारा विपक्ष मिलकर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़कर देख ले. उन्होंने कहा कि मैंने इसीलिए कहा कि मोदी हैं तो मुमकिन है. फारूख अब्दुल्ला साहब कहा करते थे कि 10 बार भी मोदी प्रधानमंत्री बनें धारा 370 को छू नहीं सकते. उन्होंने कहा पत्ता भी नहीं हिला और धारा 370, 35A गया. उन्होंने कहा कि ओवैसी कहते थे कि अयोध्या में मंदिर के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी जा सकती. कहीं कुछ नहीं हुआ और विश्व का सबसे भव्य और दिव्य मंदिर अयोध्या में बनना प्रारंभ हो गया. काशी की तो चर्चा भी नही हुई और बाबा विश्वनाथ का कॉरिडोर बनकर तैयार हों गया. उन्होंन कहा कि जो कुछ हो रहा है उससे मैं इतना गदगद हूं कि मेरा राजनीति में आना सफल हो गया.


अखिलेश कहें कि हम मथुरा का काम करेंगे
साक्षी महाराज ने कहा, राम, कृष्ण, विश्वनाथ हिंदुत्व की आत्मा हैं. हमारी आस्था का विषय हैं. जहां तक राजनीतिक मामला है तो किसी को लगता है कि इससे वोट पकने वाले हैं तो. अखिलेश यादव चले जाएं और कहें कि मथुरा का काम हम करेंगे. वोट सब ले लें और हमको धक्का मार दें. कौन रोक रहा है उनको? अगर मथुरा से वोट मिलने वाले हैं. अखिलेश यादव तो यदुवंशी हैं. भगवान कृष्ण भी यदुवंशी थे. वे कहें कि हमने अयोध्या, काशी कर लिया हमारा मथुरा है और हम करेंगे और सारे वोट ले जाएं, कौन रोक रहा है?


अखिलेश हताशा में
भाजपा नेता ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी वोट की राजनीति नहीं करती है. राष्ट्र के लिए राजनीति करती है. भाजपा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आधार पर चलती है. सपा के आरोप की बीजेपी हताशा में है पर साक्षी महाराज ने कहा कि अखिलेश यादव हताशा में है. गठबंधन पर गठबंधन करते जा रहे हैं. बुआ और बबुआ का साथ करके देख लिया. पप्पू के साथ चुनाव लड़कर देख लिया. अब सब इकठ्ठे होकर लड़कर देख लो. सारा का सारा विपक्ष मिलकर भी लोकसभा में विपक्ष का नेता नहीं दे पाया. हिंदुस्तान नें इनको नकार दिया है.


आयकर छापे पर क्या बोले
सपा नेताओं पर आयकर विभाग की छापेमारी की टाइमिंग के बारे में उन्होंने कहा कि काम सही होना चाहिए. ये टाइमिंग क्या होता है इस बारे में ये विश्लेषण करने की आवश्यकता नहीं है. जब जागो तभी सवेरा. जब किसी के बारे में पता चलेगा तभी तो छापा डाला जाएगा. संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान कि सरकार पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं है पर उन्होंने कहा कि मैं उनका हृदय से धन्यवाद करता हूं. सरकार भारत के संविधान से चलती है. संघ के विचार से सरकार चलने पर उन्होंने कहा कि अगर विचार अच्छा होगा तो संघ का होगा तो भी ले लेंगे और आपका होगा तो भी ले लेंगे.


मथुर मुद्दे पर क्या कहा
साक्षी महाराज ने साफ कहा कि धार्मिक मुद्दे हमारे लिए आस्था का विषय हैं पर राजनेताओं को देश की जन भावनाओं का सम्मान करते हुए आगे बढ़ना चाहिए. इस अवसर पर साक्षी महाराज ने फिर मथुरा श्री कृष्ण जन्म भूमि को मुक्त कराने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हमारा पहले ही नारा था "राम, कृष्ण विश्वनाथ-तीनों लेंगे एक साथ". बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मथुरा से बीजेपी की जन विश्वास यात्रा की शुरुआत करने पर कहा ये पार्टी का संगठन तय करता है कि कौन नेता कहां से यात्रा को हरी झंडी दिखायेगा. बीजेपी ने संगठन की दृष्टि से उत्तर प्रदेश को 6 भागों में बांटा है सभी 6 स्थानों से कहीं योगी आदित्यनाथ ,कहीं स्मृति ईरानी, कहीं शिवराज सिंह, कहीं राजनाथ सिंह अलग अलग स्थानों से आज के दिन यात्रा को हरी झंडी दिखाने वाले हैं.


मथुरा का मामला रह गया है
उन्होंने कहा कि सौभाग्य की बात है कि योगी जी एक संत है और मथुरा एक धार्मिक स्थान है. योगी जी आज मथुरा में यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं इसका हम स्वागत करते हैं. आगामी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी द्वारा मथुरा के मुद्दे को गर्माने के सवाल पर उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य ने मथुरा की बात करके कोई नई बात नहीं की है. हमारा पहले ही नारा था "राम ,कृष्ण, विश्वनाथ- तीनों लेंगे एक साथ. "हमने अयोध्या, मथुरा,काशी तीनों की बात की थी किसी एक की बात नहीं की थी. अयोध्या का मामला निपट गया, काशी का भी निपट गया, मथुरा का रह गया वो भी धीरे धीरे सौहार्दपूर्ण तरीके से निपट जाएगा. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का मुसलमान बहुत समझदार हो गया है. लोग घर वापसी करने लगे हैं. हजारों लोग लाइन में लगे हैं. ये मथुरा वाला बहुत छोटा सा मामला है और अब आवाज निकली है तो इसका निस्तारण होगा.


बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने मथुरा के श्री कृष्ण भूमि विवाद पर कहा कि विवाद को खत्म करना हम लोगों का और पार्टी का कर्तव्य होता है. सरकार का कर्तव्य होता है. अगर आप कहते हैं कि कुछ मामला विवादित है तो उसका निस्तारण होगा. निस्तारण आपसी सौहार्द से होता है, आपसी बैठकों से होता है, विचार विमर्श से होता है, आपसी विचार विमर्श से सौहार्दपूर्ण तरीके से निस्तारण नहीं होता है तो मामला कोर्ट में जाता है. कोर्ट निर्णय करता है. जब पूछा गया कि मथुरा के मामले में आपकी क्या भूमिका होगी तो उन्होंने कहा कि साक्षी महाराज केवल साक्षी रहेंगे. जो कुछ हो रहा है देख रहे हैं. असंभव संभव हो रहा है. हम कह सकते हैं कि मोदी हैं तो मुमकिन है. किसने सोचा था धारा 370 हटेगी. कौन सोचता था कि अयोध्या में मंदिर बनेगा. कौन कह रहा था कि काशी में बाबा विश्वनाथ का कॉरिडोर बनेगा. असंभव संभव होता चला जा रहा है, उसका मैं साक्षी हूं.


उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं. मैं सौभग्यशाली हूं कि इतिहास एक नए तरीके से लिखा जा रहा है और आने वाले समय में हम लोग इसको याद रखेंगे. उन्होंने इशारों इशारों में मथुरा मुद्दे पर भी कह दिया कि मोदी हैं तो मुमकिन हैं. जब उनसे पूछा गया कि मोदी है तो मुमकिन है कहकर आप मथुरा मुद्दे की तरफ इशारा कर रहे हैं तो वे भड़क गए और बोले आप मोदी को संकुचित क्यों करना चाह रहे हो?


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