Unnao News: उन्नाव के शुक्लागंज में कुत्ते खूंखार हो चुके हैं और राह चलते लोगों को दौड़ाकर काट रहे हैं. जिससे रैबीज इंजेक्शन लगवाने के लिये न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शुक्लागंज में लोगों का तांता लगा हुआ है. दो माह में लगभग चार सौ लोगों को कुत्ते शिकार बना चुके हैं. जिसमें अधिकांश बच्चे शामिल हैं, वहीं पालिका प्रशासन कुत्तों को काबू करने में नाकाम साबित हो रहा है.


आवारा कुत्ता हर गली मोहल्ले में घूम रहे हैं और राह चलते लोगों को काट कर घायल कर रहे हैं. इतना ही नहीं साइकिल और बाइक से निकल रहे राहगीरों को दौड़ाकर काट लेते हैं. हमलावर और खूंखार हो रहे कुत्तों पर नगर पालिका प्रशासन की ओर से कोई भी प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है. जिससे कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही है. 


वहीं प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ0 एस एस सिंह ने बताया कि रैबीज इंजेक्शन लगाने के लिये फार्मासिस्ट अवनीश मिश्रा व सिद्धार्थ बाजपेई को लगाया गया है. स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि सितंबर माह में 2 सौ 34 लोगों को कुत्तों ने काटा था. जबकि अभी तक डेढ़ सौ से अधिक लोगों को कुत्ते काट चुके हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों को कुत्ता के काटने के मामले अधिक आ रहे हैं. लाल बहादुर पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि आवारा कुत्ता के काटने पर रैबीज इंजेक्शन लगवाना आवश्यक है, अन्यथा चार-पांच महीने में इसके असर दिखाई पड़ते हैं. जिसके बाद मरीज को बचा पाना मुश्किल हो जाता है.


शहर से लेकर देहात क्षेत्रों में आवारा कुत्तों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है. रात के समय सुनसान रास्तों से निकलना दुश्वार होता है. वाहन की स्पीड़ अधिक तेज हुई तो यह वाहन चालक को दौड़ाते हैं. ऐसे में हादसा होने का खतरा बन जाता है. इसके साथ ही कोई अकेला व्यक्ति पैदल नहीं जा सकता. फिर भी अफसर कुत्तों को पकड़वाने के लिए रुचि नहीं दिखा रहे. रेबीज रोगी को सबसे ज्यादा पानी से डर लगता है. रोगी के मुंह से लार निकलती है, यहां तक कि वह भौंकना भी शुरू कर देता है.


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