Unnao News: आफत की बारिश से उफान पर गंगा, दहशत के माहौल के बीच प्रशासन ने उठाया ये कदम
UP News: फसलें बर्बाद होने से किसान हैरान व परेशान हैं. बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. सुरक्षा के लिहाज से बिजली काट दी गई है. बढ़ते जलस्तर की निगरानी के आदेश दिए गए हैं.
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव (Unnao) में बीते दिनों हुई आफत की बारिश और पहाड़ों पर लगातार बारिश से अब गंगा नदी (Ganga river) ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कानपुर गंगा बैराज से एक सप्ताह में 2.52 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा चुका है जिसका असर है कि बीते 48 घंटे में गंगा नदी चेतावनी बिंदु को पार कर खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है. बीते 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 21 सेंटीमीटर बढ़कर चेतावनी बिंदु 112 मीटर से पार कर 17 सेंटीमीटर ज्यादा पहुंच गया है. गंगा किनारे बसे मोहल्लों में पानी घुसने से अफरा-तफरी मच गई है. जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से कई मोहल्लों की विधुत आपूर्ति काट दिया है. DM उन्नाव अपूर्वा दुबे ने SDM को गंगा के बढ़ते जलस्तर की निगरानी के आदेश दिए हैं. बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट कर दिया गया है.
लोगों में दहशत का माहौल
गंगानदी का जलस्तर बढ़ने से गंगा नदी के किनारे बसे गांव और मोहल्ले के लोगों में दहशत का माहौल बन गया है. उन्नाव सदर तहसील की नगर पालिका परिषद गंगाघाट के मोहल्ला गोताखोर, मोहम्मदनगर, शाहीनगर, रविदास नगर खंती में बाढ़ का पानी आ गया है. गोताखोर मोहल्ले में बाढ़ का पानी घुसने से लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. रविदास नगर खंती समेत अन्य मोहल्लों में बाढ़ का खतरा मंडराया .बाढ़ का पानी मोहल्लों में घुसने से विधुत आपूर्ति काट दी गई है.
किसानों की फसल बर्बाद
सदर तहसील की कटरी के साथ बांगरमऊ तहसील व बीघापुर तहसील में गंगा कटरी के कई गांवों के किनारे तक पानी बढ़ने से अफरा तफरी का माहौल बना है. बारिश की आफत के बाद बाढ़ के हालातों ने किसानों के घाव और गहरे कर दिए हैं. फसलें बर्बाद होने से किसान हैरान व परेशान है. डीएम अपूर्वा दुबे ने SDM और राजस्व विभाग के अफसरों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दौरा कर नागरिकों की मदद के आदेश दिए हैं. वहीं बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट कर दिया गया है .
एसडीएम ने क्या बताया
एसडीएम सदर अंकित शुक्ला ने बताया कि, उन्नाव में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है, गंगा घाट क्षेत्र के निचले इलाकों में काफी लोग प्रभावित हैं. गंगा घाट में हमारी तीन बाढ़ चौकियां हैं उनको खुलवा दिया गया है, उसमें उनके रहने की व्यवस्था की गई है. गंगा चौकियों पर लेखपाल और डॉक्टरों की व्यवस्था भी की गई है. अगर इनको विस्थापन की आवश्यकता पड़ती है तो तत्काल उन्हें विस्थापित भी किया जाएगा. इसके अलावा गंगा घाट के क्षेत्रों में हमारे गोताखोर और नावों की व्यवस्था भी की गई है. वहीं निचले क्षेत्रों में जहां पर बिजली है वहां पर बिजली सप्लाई अस्थाई रूप से रोक दी गई है, ताकि कोई अनहोनी उत्पन्न न हो. हम नजर बनाए हुए हैं ताकि कोई जनहानि न हो.