Unnao News: उन्नाव में हर घर वायरल फीवर की दस्तक, मरीजों से भरा जिला अस्पताल, जान लें लक्षण और बचाव के उपाय
Viral Fever: उन्नाव जिला अस्पताल में वायरल फीवर के सबसे ज्यादा मामले आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने डायग्नोस्टिक वार्ड में मैक एलाइजा जांच के लिए मशीन उपलब्ध करा दिया है.

Viral Fever Cases: उन्नाव में मौसम बदलने के साथ वायरल फीवर कहर ढा रहा है. अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ पहुंच रही है. इस बार ठंड के साथ तेज बुखार की चपेट में लोग आ रहे हैं. आम तौर से चार दिनों में ठीक होने वाला वायरल फीवर सात दिनों तक चल रहा है. जिला अस्पताल के ओपीडी में डेढ़ हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. सबसे अधिक मरीज मौसमी बीमारी के हैं. फिजीशियन कौशलेंद्र ने बताया कि सबसे अधिक मामले वायरल फीवर के हैं. उन्होंने बताया कि वायरल फीवर ठीक होने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग रहा है. गंभीर मरीजों को भर्ती भी करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि मौसम बदलने के साथ वायरल संक्रमण फैल रहा है. इस बार वायरल संक्रमण में तेज बुखार आ रहा है और पांच से सात दिन में मरीज ठीक हो रहे हैं.
पीड़ित होने पर उन्होंने पैरासीटामोल, एंटी एलर्जिक दवा के साथ भाप लेने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि बुखार ठीक होने के बाद खांसी की समस्या बनी रह सकती है. चार से पांच दिन बाद बुखार खत्म नहीं होने पर जांच कराना आवश्यक समझें. जिला अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड भी वायरल फीवर के मरीजों से भरा पड़ा है. बुखार, उल्टी, दस्त-डायरिया पीड़ितों के पहुंचने से इमरजेंसी वार्ड में बेड कम पड़ गए. अस्पताल प्रशासन को एक बेड पर दो दो मरीजों को लिटाना पड़ रहा है. इसके अलावा वार्ड की गैलरी में भी बेड डलवाने पड़े हैं. ओपीडी में मरीजों की भीड़ के कारण पैर रखने तक की जगह नहीं बचती है. दवा और पर्चा काउंटर पर भीड़ अधिक होने से अफरा तफरी का माहौल बना रहता है.
बुखार आने पर क्या करें?
- बुखार और सर्दी जुकाम में पैरासीटामोल टैबलेट ले सकते हैं
- दो से तीन दिन बाद बुखार ठीक न होने पर डॉक्टर से मिलें
- सुबह और शाम दो समय में भाप लेना भी रहेगा उपयोगी
- तरल पेय पदार्थ का सेवन ज्यादा से ज्यादा करने की सलाह
- फास्ट फूड और आइसक्रीम के सेवन से बचने की कोशिश
अस्पताल में डेंगू की जांच
जिला अस्पताल में अब डेंगू की जांच होगी. स्वास्थ्य विभाग ने डायग्नोस्टिक वार्ड में मैक एलाइजा जांच के लिए मशीन उपलब्ध करा दिया है. नई व्यवस्था से अब मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. अस्पताल प्रशासन 24 घंटे में मरीजों को जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराएगा. जिले में डेंगू की जांच के लिए शासन ने मैक एलाइजा मशीन उपलब्ध कराई थी. स्वास्थ्य विभाग ने पहले शुक्लागंज स्थित बीएसएल टू लैब में मशीन लगाने का फैसला लिया था. बाद में मशीन को जिला अस्पताल के हवाले कर दिया गया. सीएमएस डॉ. आरए मिर्जा ने बताया कि मशीन इंस्टाल की जा चुकी है. मैक एलाइजा मशीन के जरिए डेंगू की जांच भी शुरू हो गई है. मैक एलाइजा जांच के लिए जिला अस्पताल में मरीजों का सैंपल लिया जाएगा. सीएचसी और पीएचसी से आने वाले सैंपल की भी मैक एलाइजा जांच जिला अस्पताल में होगी.
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