UP Medical Colleges News: उत्तर प्रदेश में बने 13 नए मेडिकल कॉलेज को मान्यता न मिलने को लेकर अब उत्तर प्रदेश शासन अपने स्तर पर अलग-अलग प्रयास शुरू कर रहा है. इसको लेकर उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले 13 नए मेडिकल कॉलेजों की तरफ से नेशनल मेडिकल काउंसिल में अपील करने की तैयारी शुरू कर दी है. यह अपील सभी प्रधानाचार्य करेंगे जिसका चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय में परीक्षण होगा.


DGME (महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश) ने इस संबंध में सभी 13 मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों को निर्देश दिया है कि वह अपनी अपील तैयार करते समय नेशनल मेडिकल काउंसिल की ओर से 21 और 30 मई 2024 और 28 दिसंबर 2022 में जारी पब्लिक नोटिस को ध्यान में रखते हुए अपील तैयार करें. इन सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों की तरफ से तैयार की अपील के परीक्षण के लिए 15 और 16 जुलाई को बैठक बुलाई गई है. 


प्रधानाचार्य को DGME कार्यालय बुलाया गया


इसमें 15 जुलाई को गोंडा, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत ,चंदौली, कौशांबी ,सोनभद्र, बिजनौर, बुलंदशहर और कानपुर के स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को DGME कार्यालय बुलाया गया है. इसके अलावा 16 जुलाई को औरैया, कुशीनगर ,ललितपुर और सुल्तानपुर के स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को अपनी अपील के साथ बुलाया गया है.


इन विषयों पर रहेगा अपील में फोकस


इन 13 मेडिकल कॉलेज के प्रधानचार्यों की तरफ से तैयार की गई अपील में अभी तक आ रही दिक्कतों और कॉलेज की तरफ से किए गए प्रयासों के बारे में विशेष जिक्र रहेगा. इसके साथ ही इस बात का भी अपील में जिक्र करने की बात कही गई है कि जब 2021 में इन मेडिकल कॉलेज के बनने की शुरुआत हुई तब 2020 के मानकों को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा था. इसके अनुरूप 2023 तक 70 से 80 फीसदी तक काम पूरा भी हुआ.फिर 16 अगस्त 2023 को नए मानक लागू हो जाने से इन कॉलेजों को अब दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.


ये भी पढ़ें: यूपी में जालसाजों ने अपनाया ठगी का नायाब तरीका, पुलिसकर्मी बन मांगी 20 हजार की रकम