UP News: उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय के चुनाव (Civic Body Election) की तारीखों के ऐलान का इंतजार सियासी दल कर रहे हैं. चुनाव कब होंगे ये अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा. हालांकि सत्ताधारी बीजेपी जोर-शोर से निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटी है. पार्टी मुख्यालय पर सोमवार को एक बड़ी बैठक हुई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सैनी (Dharmpal Singh Saini) मौजूद रहे. पार्टी के सभी प्रदेश पदाधिकारियों को इस बैठक में बुलाया गया था. इसके अलावा क्षेत्रीय अध्यक्ष और अलग-अलग मोर्चों के अध्यक्ष भी इस बैठक में शामिल हुए.


इस बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई है कि अदालत का फैसला जो भी आएगा बीजेपी उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया उसी के आधार पर आगे बढ़ाएगी. माना यह भी जा रहा है कि प्रदेश में बीजेपी संगठन में बदलाव भी जल्द होगा. ऐसे में कुछ लोगों की जिम्मेदारियों को भी बदला जाएगा क्योंकि पार्टी के कुछ मोर्चों के अध्यक्ष सरकार में मंत्री बन चुके हैं. इसके अलावा कुछ प्रदेश पदाधिकारी भी सरकार में मंत्री हैं. माना जा रहा है कि जल्द ही उनकी जगह नए लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी. संगठन में बदलाव को लेकर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का साफ तौर पर कहना है कि इस मामले में केंद्रीय नेतृत्व का इंतजार कर रहे हैं. अगर केंद्रीय नेतृत्व कहेगा तो संगठन का पुनर्गठन किया जाएगा. 


नई टीम को वक्त देने के लिए उठाया जाएगा यह कदम


माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी प्रदेश में एक नई टीम के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी और ऐसे में उस टीम को भी थोड़ा वक्त चाहिए होगा. इसलिए चर्चा इस बात की है कि जनवरी महीने में संगठन का पुनर्गठन हो सकता है. वहीं प्रदेश में विधान परिषद की छह सीटें खाली हैं जिनपर मनोनयन होना है. इन नामों को कोर कमेटी ने शीर्ष नेतृत्व को भेज दिए हैं और माना जा रहा है कि एक-दो दिन के भीतर ही शीर्ष नेतृत्व से हरी झंडी मिलने के बाद उन नामों की भी घोषणा कर दी जाएगी. यानी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अपनी हर एक तैयारी पूरा कर लेना चाह रही है. साथ भी पार्टी की कोशिश ये भी है कि निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करके एक माहौल भी तैयार किया जाए.


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