Jhansi News:  झांसी संभाग (Jhansi Division) के ललितपुर (Lalitpur) जिले में स्थित माताटीला बांध (Matatila Dam) से 231119 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. ऐसे में नदी के किनारे बसे गांवों में प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. जिलाधिकारी रविंद्र कु्मार (Ravindra Kumar) ने लोगों से अपील की है कि नदी किनासे बसे गांव के लोग किसी भी दशा में नदी के किनारे या टापू पर न जाएं. इसके अलावा ग्राम प्रधान, निगरानी समीतियों, लेखपाल व सचिव को भी अलर्ट मोड पर रहने और पल-पल की जानकारी प्रशासन को देने को कहा है. डीएम ने कहा कि पानी के साथ बहकर गांव में जहरीले जीव-जंतुओं के आने पर इसकी तत्काल जानकारी जिला मुख्यालय और वन विभाग को दी जाए.


डीएम ने अधिकारियों को दिए मुस्दैत रहने के निर्देश
 जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि माताटीला बांध से लगभग 231119 क्यूसेक पानी छोड़े जाने  के कारण जनपद के कई गांव प्रभावित होने की संभावना है.  नदी के किनारे बसे गांवों को सतर्क रहने की लगातार हिदायत दी जा रही है. उन्होंने कहा कि सभी लोग पूर्ण सतर्क रहते हुए नदी के बढ़ते जल स्तर पर सतत दृष्टि बनाए रखें और लगातार जानकारी देते रहें. जिलाधिकारी ने कहा कि पानी के छोड़े जाने के कारण बेतवा नदी के किनारे बसे गांव में बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं, ऐसे में हमें सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यदि पानी के तेज बहाव के कारण गांव का आवागमन बाधित होता है तो इसकी सूचना तुरंत जिला मुख्यालय को भेजी जाए.


डीएम बोले गांव में की जाए गोताखोरों और नावों की व्यवस्था
 उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि नदी किनारे गांव में गोताखोर तथा नाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि वक्त रहते लोगों को दुर्घटना से बचाया जा सके. डीएम ने आगे कहा कि नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं होना चाहिए,  यदि पानी का बहाव तेज है तो सड़क पार करने से बचें और दूसरों को भी बचाएं. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि  आप लोग निरंतर क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहें और कहीं पर कोई समस्या हो तो तत्काल अवगत कराया जाए.


प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर


जिलाधिकारी ने कहा कि  आज राजघाट डैम से 233638 क्यूसेक से पानी छोड़ा गया, इससे पहले माताटीला से 231119 क्यूसेक छोड़ा जा चुका है. जिलाधिकारी ने जिले में नदी के किनारे बसे हुए गांव के लोगों को अलर्ट करते हुए कहा है कि यदि नदी के तट के किनारे कोई गो आश्रय स्थल है तो वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाए. उन्होंने कहा कि पशु हानि और मानव हानि किसी भी दशा में ना हो इसे अवश्य सुनिश्चित कर लें और कोई अन्न समस्या हो तो तत्काल इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के फोन नंबर- 0510-2440521,2370621,2370622,2370623 पर तत्काल सूचना दें.


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