लखनऊ: कोरोना कर्फ्यू में ढील के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक बनने की चाह रखने वाले एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं. मंगलवार को बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय पर धरना-प्रदर्शन किया. अलग-अलग समूह में पहुंचे अभ्यर्थियों की मांग भले अलग-अलग रही हो लेकिन मकसद एक ही है, शिक्षक बनना. अभ्यर्थियों के चार अलग समूह प्रदर्शन में शामिल हुए.
भर्ती में गड़बड़ी हुई है
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का कहना है कि 69 हजार पदों की भर्ती में OBC वर्ग को नियमानुसार 27 फीसदी आरक्षण नहीं दिया गया. बल्कि 4 फीसद से भी कम आरक्षण मिला. इसी तरह SC वर्ग को भी 21 फीसदी आरक्षण नहीं मिलने का आरोप लगाया. अभ्यर्थियों के अनुसार राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 29 अप्रैल को सरकार को अंतरिम रिपोर्ट भेजी थी. लेकिन, सरकार ने अंतरिम रिपोर्ट पर डेढ़ महीने बाद भी कोई जवाब नहीं दिया. अभ्यर्थियों के अनुसार आयोग ने माना की भर्ती में 5844 सीटों पर गड़बड़ी हुई है.
22 हजार पदों को भी भरा जाए
अभ्यर्थियों का एक अन्य समूह 69 हजार पदों की शिक्षक भर्ती में 22 हजार पद और जोड़ने की मांग कर रहा है. इन अभ्यर्थियों के अनुसार योगी सरकार की पहली 68500 पदों की शिक्षक भर्ती में करीब 22 हजार पद खाली रह गए थे. तब ये कहा गया था की आगामी भर्ती में ये पद जोड़ दिए जाएंगे. जबकि, 69 हजार पदों की दूसरी भर्ती में इन पदों को जोड़ा नहीं गया. इनका कहना है कि प्रदेश में परीक्षा उत्तीर्ण पर्याप्त अभ्यर्थी हैं इसलिए पहली भर्ती के बचे 22 हजार पदों को भी भरा जाए.
97 हजार पदों की एक और भर्ती निकालने की मांग
वहीं, अभ्यर्थियों का एक समूह सरकार से 97 हजार पदों की एक और भर्ती निकालने की मांग कर रहा है. इनके अनुसार प्रदेश में करीब 10 लाख TET और CTET उत्तीर्ण प्रशिक्षु अपना प्रशिक्षण पूरा कर चुके है, जो अब शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए पात्र हैं. ऐसे में सरकार जल्द एक और शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी करे क्योंकि कुछ महीने में आचार सहिंता लग जाएगी.
अभ्यर्थियों ने मांगा त्रुटि संशोधन का मौका
अभ्यर्थियों का एक समूह वो भी आया जो 69 हजार पदों की भर्ती में त्रुटि संशोधन का मौका मांग रहा है. इनका कहना है कि आवेदन में त्रुटि मानवीय गलती है, इसमें सुधार का मौका दिया जाए. इनमें बड़ी संख्या में वो अभ्यर्थी है जो प्राप्तांक में संशोधन का मौका चाहते हैं. जिनका कहना है कि मूल अभिलेखों के आधार पर उनको मौका दिया जाए.
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