Pilibhit Crime News: पीलीभीत में बीते दिनों अपनी ही बेटी के अपहरण की झूठी कहानी रचने वाले आरोपी पिता और उसके साथी दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना का खुलासा करते हुए जेल भेज दिया है. आरोपी पिता ने अपने ही दामाद को अपहरण के मामले में फंसाने के लिए कूटरचित ढंग से दो जनपदों की पुलिस को गुमराह कर थाने में झूठा केस दर्ज कराया था. घटना थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र की है.


थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र निवासी जसकरन सिंह ने बीते 12 जून को अपनी बेटी के अपहरण की शिकायत थाने में कर बताया था कि उसने अपनी 20 वर्षीय बेटी जो पीलीभीत के जेएमबी कॉलेज में नर्सिंग की पढ़ाई करती है उसे 12 जून की शाम इको कार से उसके पैतृक गांव सेहरामऊ उत्तरी भेजा था और वह रास्ते से गायब हो गई और घर नहीं पहुंची.


पुलिस ने अपहरण का किया खुलासा 


पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच के दौरान बीते 19 जून की सुबह एक युवक की तरफ से डायल 112 पर फोन करके लखीमपुर जनपद के चिमनी गांव में युवती के नशे की हालत में बरामदी की सूचना मिली. तत्काल पिलीभीत पुलिस टीम ने युवती को जिला अस्पताल पीलीभीत लाकर भर्ती करवाया, जहां उसके मेडिकल परीक्षण के बाद उससे पूछताछ की गई तो पुलिस की पड़ताल के दौरान पीड़िता की तरफ से अपने ही पिता द्वारा अपहरण की झूठी कहानी होना बता कर उसे दोस्त के घर रखने की बात प्रकाश में आई. पुलिस ने पूछताछ के दौरान आरोपी पिता और उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.


दलित दमाद होने की वजह से रची साजिश


पुलिस के मुताबिक आरोपी पिता की बड़ी बेटी ने pac में तैनात दलित समाज से आने वाले पुलिस सिपाही से कोर्ट मैरिज कर ली थी. उसी सिपाही पर आरोपी की छोटी बेटी योगिता सिंह की तरफ से 28 दिसंबर 2023 में रेप का केस दर्ज करवाया गया, जिसमें सिपाही जेल भी गया था. आरोपी पिता दलित दामाद होने की वजह से उससे रंजिश मानता था, जिसकी वजह से उसने एक बार फिर अपनी बेटी के अपहरण की झूठी कहानी रच कर उसे फंसाने की साजिश की और दो जनपदों की पुलिस को गुमराह करता रहा. इस घटना के करीब 10 दिन बाद पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं मामले में युवती से पूछताछ कर कार्रवाई में जुटी है.


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