Gautam Buddh Nagar: यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसों में कमी लाने के लिए कई कदम उठाने का फैसला किया गया है. इससे ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगेगी. यमुना एक्सप्रेस वे पर हैवी वाहन चलने वालों की अब खैर नहीं. तीनों टोल प्लाजा ऊपर वेट मशीन लगाई जाएगी ताकि हाईवे पर ओवरलोड वाहन ना चल सकें और इनसे हादसे न हो.
हाईवे पर क्विक रेस्पॉन्स टीम भी बनाई जा रही है. यमुना एक्सप्रेस वे पर मई के माह में दो बड़े मेजर एक्सीडेंट हुए हैं. दोनों हादसों में कारें ओवरलोड चलते ट्रक के नीचे जा घुसी थी.
मथुरा जनपद में कुछ दिन पहले हादसे में 7 लोगों की मौत हुई थी. वहीं गुरुवार को गौतम बुद्ध नगर में बोलेरो कार ट्रक के नीचे जा घुसी. जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी. दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इन दोनों मामलों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख प्रकट किया था.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुनवीर सिंह ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसों के मुख्य कारण हैं कि सुबह के समय ओवरटेक करना, गलत लाइन में गाड़ी चलाना, तेज स्पीड में गाड़ी चलाना, नींद आना आदि. उन्होंने कहा कि इसलिए कार्य योजना बनाई जा रही है कि ट्रक और बसें एक ही लाइन में चलेंगी, अन्य लाइनों में नहीं चल सकेंगी. बाइक और कार के लिए भी अलग लाइन की बात कही गई है.
वाहन चालक ड्राइविंग करते समय सही दिशा और अपनी ही लाइन में चलेंगे. इसके साथ-साथ हाईवे पर क्विक रेस्पॉन्स टीम भी बनाई जा रही है. हादसे होने के तुरन्त 5 मिनट में पहुंच जाए. पीड़ित को जल्द से जल्द मदद मिल सके. उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके. जिससे कि उनकी जान बचाई जा सके.
वहीं हाईवे पर एंबुलेंस की संख्या दुगनी की जा रही है. यमुना एक्सप्रेस वे पर सिर्फ एक्सप्रेस वे के लिए चार थाने खोलने का प्रस्ताव भेजा गया है. जिससे कि हाईवे पर पेट्रोलिंग बढ़ सके. इसके साथ साथ हाईवे पर सफर करने वाले लोगों के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिससे कि हादसों में कमी आ सके.
यमुना प्राधिकरण डॉ अरुनवीर सिंह ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसों को देखते हुए दिल्ली आईआईटी से ऑडिट कराया गया था. जिसमें हाईवे पर यातायात सुरक्षा को लेकर सुझाव दिए गए थे. प्राधिकरण ने उन पर काम किया. हाईवे के दोनों तरफ और बीच में क्रॉस बैरियर लगाए गए हैं. कई ऐसे सुरक्षा सुझाव दिए गए थे. जो सभी पूरे कर लिए गए हैं. उसके बाद से हादसों में गिरावट आई है.
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