लखनऊ. हाथरस गैंगरेप मामले में दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार किया जाने को लेकर यूपी पुलिस विवादों में घिरी है. इस बीच उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने पूरे मामले में सफाई दी है. उन्होंने बताया कि कल सुबह पीड़िता की मौत हो गई थी और देर रात पोस्टमॉर्टम के बाद शव पहुंचा तो परिवार वालों की सहमति से और उनकी उपस्थिति में अंतिम सस्कार कराया गया था.


एडीजी ने कहा कि परिवार की सहमति से हुआ अंतिम संस्कार


प्रशांत कुमार ने आगे बताया कि कुछ महिलाओं द्वारा आरोप लगाए हैं, परन्तु सत्य यही है कि उनकी उपस्थिति से और सहमति से अंतिम संस्कार किया गया. उन्होंने कहा कि शांति व्यवस्था के लिये पुलिस वहां पर लगाई गई थी. एडीजी ने तर्क देते हुये कहा कि डेड बॉडी खराब हो रही थी, इसलिये घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात को ही कर देना उचित होगा.





परिवार का आरोप जबरन किया अंतिम संस्कार


आपको बता दें कि हाथरस में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. हालत खराब होते देख उसे दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन मंगलवार को उसकी मौत हो गयी. यही नहीं, परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनकी गैरमौजूदगी में उनकी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया गया.


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