लखनऊ: बदायूं में महिला से गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में एडीजी प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उन्होंने बताया कि पीड़िता के पति की शिकायत के आधार पर हमने तीन में से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एडीजी ने बताया कि मुख्य अभियुक्त अभी भी फरार है. इस मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया गया है.


इसके अलावा एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि सरकार के आदेश के मुताबिक, अब इस मामले की एसटीएफ जांच करेगी.


क्या है मामला
गौरतलब है कि ब उघैती थाना इलाके के एक गांव में महिला का शव संदिग्थ हालत में मिला है. बताया जा रहा कि यहां एक मंदिर में महिला के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ गैंगरेप किया गया था. उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई, जिससे अंदरूनी पार्ट बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसके अलावा, शरीर पर कई जगह घाव के निशान हैं और कई हड्डियों को तोड़ा गया है.


टेरर फंडिंग केस


रोहिंग्या व टेरर फंडिंग को लेकर यूपी के कई जिलों में एटीएस का छापेमारी की गई है. प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा है कि संदिग्धों के पास पासपोर्ट मिले हैं. एटीएस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है. एडीजी के मुताबिक, अभी भी छापेमारी की कार्रवाई चल रही है.


आपको बता दें कि, महाराष्ट्र के अलावा यूपी में एक साथ पांच ठिकानों पर छापेमारी की गई है. खलीलाबाद, बस्ती, अलीगढ़ और संत कबीरनगर में छापेमारी की गई है. एटीएस टेरर फंडिंग को लेकर भी सबूत की तलाश कर रही है. संतकबीरनगर से आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है. आरोप है कि रोहिंग्या के लोगों के लिए फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बनाए जा रहे थे.