UP Air Pollution: दीपावली से पहले उत्तर प्रदेश की हवा में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. कई जिलों में स्थिति यह है कि सांस लेने में भी दिक्कत आने लगी है. मौसम विभाग का कहना है कि धूल की वजह से राजधानी लखनऊ के एयर क्वॉलिटी इंडेक्स में बढ़ोतरी हुई है. इस कारण अस्थमा और सांस की बाकी समस्याओं से ग्रसित लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. 


सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से लखनऊ के 6 इलाकों में एक्यूआई मापने के लिए मशीन लगाई गई है. इन इलाकों में तालकटोरा, लालबाग, अलीगंज और गोमतीनगर में प्रदूषण ज्यादा देखा गया है. वहीं, सबसे ज्यादा खराब स्थिति तालकटोरा और लालबाग की बताई जा रही है. डॉक्टर्स का कहना है कि इस समय सांस की बीमारियों से ग्रसित लोग और खासकर बच्चों का ध्यान रखना जरूरी है. बाहर निकलें तो मास्क जरूर लगाएं. लखनऊ में 23 अक्टूबर को दर्ज किया गया एक्यूआई 163 बताया जा रहा है.


इसके अलावा, यूपी की औद्योगिक राजधानी कानपुर में भी हवा की गुणवत्ता खराब पाई गई है. यहां का एवरेज एक्यूआई 286 तक पहुंच गया. सीपीसीबी ने अभी हवा और खराब होने की आशंका जताई है. वहीं, दिवाली की सुबह शहर में एक्यूआई 41 और बढ़ गया.


यह भी पढ़ें: UP Dengue Case: नकली प्लेटलेट्स बेचने वालों पर लगेगा गैंगस्टर एक्ट, प्रयागराज में मरीज की मौत के बाद सरकार का फैसला


पश्चिम यूपी में भी बढ़ी परेशानी 
वहीं, आगरा की हवा बेहद खराब मापी गई है. शहर में ट्रैफिक जाम, गाड़ियों के धुएं और कचरे में आग लगने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं, जिस वजह से हवा का स्तर काफी खराब रहा. सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा संजय प्लेस की रही, जहां एक्यूआई 228 दर्ज किया गया. 


हालांकि, बताया जा रहा है कि बीते रविवार नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई बाकी जिलों के मुकाबले काफी बेहतर रहा. लेकिन, दिवाली की सुबह से वायु गुणवत्ता की स्थित खराब होने लगी. आशंका है कि 25 अक्टूबर तक एक्यूआई खतरनाक श्रेणी में जा सकता है. आतिशबाजी की वजह से हालात खराब होने की आशंका है. फिलहाल, नोएडा का एक्यूआई 300 पार और ग्रेटर नोएडा का लगभग 270 है. 


पूर्वांचल की हवा का है यह हाल
ठंड के मौसम में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स हमेशा बढ़ता है. आजमगढ़ में 2 हफ्ते पहले तक एक्यूआई 103 मापा गया था, जो काफी बेहतर था. लेकिन, 24 अक्टूबर को यहां की वायु गुणवत्ता 182 पर पहुंच गई. इसका कारण पराली जलाना, कचरे में आग लगना और सड़कों पर उड़ने वाली धूल है. 


प्रदूषण को लेकर गाइडलाइंस जारी
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) ने कहा है कि एयर इंडेक्स को बेहतर बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है. इसलिए दीपावली पर प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों से दूरी बनाएं और किसी भी हालत में पराली न जलाएं. प्रदूषण नियंत्रण को लेकर जो गाइडलाइंस जारी की गई हैं, उनका पालन करना आवश्यक है.