UP Air Pollution: दीपावली के बाद से उत्तर प्रदेश के कई शहरों की हवा में जिस तरह प्रदूषण का स्तर बढ़ा है वो कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश के सबसे प्रदूषित दस शहरों में चार यूपी के है. जिनका एक्यूआई लेवल 300 के पार या उसके आसपास तक पहुंच गया है जो बेहद खराब हवा की श्रेणी में आता है. 


पिछले कुछ सालों से सर्दियां आते ही हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है. तमाम दावों के बावजूद अब तक सरकार इसे लेकर कोई अहम कदम नहीं उठा पाई है. देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में सबसे ऊपर राजधानी दिल्ली का नाम है जबकि यूपी के भी चार शहर इस लिस्ट में शामिल हैं. इनमें मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा का नाम शामिल है. 


यूपी के इन शहरों की हवा खराब
सोमवार को भी नोएडा, गाजियाबाद समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों में हवा की गुणवत्ता ख़राब श्रेणी में दर्ज की गई. मुजफ्फरनगर में हवा में प्रदूषण का स्तर 302, गाजियाबाद के लोनी में हवा में प्रदूषण का स्तर 373, ग्रेटर नोएडा में 274 और नोएडा में हवा में प्रदूषण का स्तर 315 दर्ज किया गया. इनके अलावा मेरठ, बागपत, हापुड़ और कानपुर जैसे शहरों में हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. 


हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने का असर बड़े बुजुर्गों और बच्चों पर खासतौर से देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से लोगों में सांस की बीमारी बढ़ रही है. इसके अलावा आंखों में जलन और लोगों को साँस लेने में दिक्कतें हो रही है. डॉक्टरों के मुताबिक ऐसी हवा में लोगों को सावधान रहने की ज़रूरत है. लोगों को सुबह के समय की सैर और रनिंग नहीं करने की सलाह दी गई है. 


मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन और हवा में प्रदूषण का ये हाल देखने को मिल सकता है जिसके बाद हवा चलने की उम्मीद है. हवाएं चलने से प्रदूषण में सुधार होने की उम्मीद है. बुधवार के बाद से पश्चिमी यूपी के इलाकों में हवाओं चलेंगी और हवा की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल सकता है. 


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