पाकिस्तानी लड़की से प्यार, बिना वीजा-पासपोर्ट के बाबू पहुंचा सीमापार, परिजन कर रहे अब इंतजार
Aligarh News: अलीगढ़ के बादल उर्फ बाबू को सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी महिला से प्यार हुआ. इस प्यार में बाबू इतना मग्न हो गया कि उसने अपने घर को छोड़कर पाकिस्तान जाने का फैसला कर लिया.
UP News: कहते हैं प्यार अंधा होता है प्यार जब परवान चढ़ता है तो क्या दुश्मन क्या सरहद कुछ दिखाई नहीं देता. इसका अंदाजा बाबू की प्रेम कहानी से लगाया जा सकता है. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के बाबू ने पड़ोसी देश की सरहद पार करके अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी है. सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी युवती से प्रेम हुआ तो अलीगढ़ के बाबू के द्वारा बिना वीजा और पासपोर्ट के सरहद को पार कर लिया, इसके बाद पाकिस्तानी पुलिस के द्वारा बाबू को हिरासत में ले लिया है.
दरअसल पूरा मामला जिला अलीगढ़ का है जहां के रहने वाले बादल उर्फ बाबू की प्रेम कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है. इसको लेकर कुछ लोगों के द्वारा दुश्मन की सीमा पार करने और बिना वीजा-पासपोर्ट के सरहद में प्रवेश करने की प्रशंसा की जा रही है तो कुछ के द्वारा पाकिस्तान से बाबू को सकुशल वापस लाने की मांग भारत सरकार से की जा रही है.
अलीगढ़ जिले के बरला थाना क्षेत्र के नगला खिटकारी गांव के रहने वाले 30 वर्षीय बादल उर्फ बाबू को सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी महिला से प्यार हुआ. इस प्यार में बाबू इतना मग्न हो गया कि उसने अपने घर को छोड़कर पाकिस्तान जाने का फैसला कर लिया. उस पर बिना उचित वीजा या दस्तावेज के सीमा पार करने का आरोप लगाया गया है. बादल बाबू को पाकिस्तान के मोजा मोंग क्षेत्र के पास सीमा में घुसने और संदिग्ध गतिविधियों के कारण गिरफ्तार किया गया है.
यह घटना 27 दिसंबर की बताई गई है. सूत्रों की माने तो पाकिस्तान पुलिस की पूछताछ में बादल ने बताया कि वह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी महिला से जुड़ा था और उससे मिलने के लिए पाकिस्तान आया था.
30 नवंबर को पिता ने बाबू से की आखिरी बार बात
अलीगढ़ जिले के बरला थाना क्षेत्र के नगला खिटकारी निवासी 30 वर्षीय बादल बाबू, पुत्र कृपाल सिंह, दिल्ली में एक कपड़ा सिलाई कंपनी में कार्यरत है. परिवार में तीन भाइयों में वह दूसरे स्थान पर है. परिजनों का कहना है कि दिल्ली में रहते हुए बादल बाबू ने फेसबुक पर एक पाकिस्तानी युवती से बातचीत शुरू की. कृपाल सिंह ने बताया कि बादल बाबू दिवाली के करीब 20 दिन पहले घर लौटा था. जाने से पहले उसने अपने पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज घर पर छोड़कर दिल्ली चला गया. पिता के अनुसार, 30 नवंबर को उन्होंने वीडियो कॉल के जरिए बेटे से बात की थी, जिसमें बेटे ने बताया कि उसका काम पूरा हो गया है. इसके बाद से बेटे से कोई संपर्क नहीं हुआ.
क्या कहती है पाकिस्तान की पुलिस
पाकिस्तान पुलिस के मुताबिक, जब बादल बाबू से वीजा या अन्य दस्तावेज मांगे गए तो उसने कुछ नहीं दिखाया. इसी कारण उसे पाकिस्तान के विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 13 और 14 के तहत गिरफ्तार किया गया है. जिसको लेकर परिजनों की चिंता बढ़ गई है. पाकिस्तान पुलिस ने आरोप लगाया है कि बादल बाबू ने पहले भी दो बार भारत-पाकिस्तान सीमा पार करने की कोशिश की थी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाया था. तीसरी बार वह आखिरकार पाकिस्तान पहुँचने में कामयाब रहा.
पाकिस्तान कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
पाकिस्तान में बादल ने अपनी फेसबुक पर महिला मित्र से मिलने का प्रयास किया था. उसे मंडी बहाउद्दीन क्षेत्र से बिना वैध दस्तावेज और वीजा के पकड़ा गया है. पाकिस्तान में बादल बाबू को अदालत में पेश किया गया है, जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत के लिए जेल भेज दिया गया है. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश में है कि युवक का पाकिस्तान में प्रवेश सिर्फ प्रेम के कारण था या इसके पीछे कोई और उद्देश्य था.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए योगेंद्र मलिक सीओ एलआईयू द्वारा बताया गया कि बरला थाना क्षेत्र के नगला खिटकारी के बादल बाबू को पाकिस्तान में पकड़े जाने की खबर सोशल मीडिया के जरिए सामने आई है. इस संबंध में अभी तक पाकिस्तान या भारतीय दूतावास से कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है. फिर भी परिजनों के साथ बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी जुटाई जा रही है.
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