Aligarh News: अलीगढ़ में 45 सालों से भी ज्यादा समय बीत जाने के दौरान मुस्लिम इलाके में बन्द पड़े मन्दिर की देखरेख व उसकी पूजा अर्चना करने की जिम्मेदारी हिंदूवादियों द्वारा ली गई है, हिंदूवादियों का कहना है लम्बे समय से यह मंदिर बन्द था. यहां विशेष समुदाय के लोगों के होने की वजह से हिन्दू पूजा अर्चना करने नही आते थे लेकिन अब इस मंदिर के साथ साथ ऐसे सभी मंदिरों को तलाशा जाएगा, जो लम्बे समय से बन्द पड़े है या फिर उन मंदिरों को किसी के द्वारा कब्जाया जा चुका है. उसके लिए अब सभी हिंदूवादी नेताओं के द्वारा अलग-अलग जगह पर अपने कार्यकर्ताओं को अलर्ट कर दिया गया है.


दरअसल पूरा मामला अलीगढ़ के थाना बन्ना देवी के सराय रहमान का है. जहां 45 वर्षों से भी ज्यादा खंडर अवस्था मे मंदिर मिलने के बाद शिव मंदिर में हिंदू भक्तों द्वारा पूजा-अर्चना की गई. जिसमें भक्तों का गजब का उत्साह देखने को मिला. मंदिर में भक्तों ने भक्ति भाव से भगवान शिव की आराधना की और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए. इस धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने वातावरण को भक्ति और उत्साह से भर दिया. पूजा-अर्चना के दौरान भक्तजन भगवान शिव के मंत्रों का उच्चारण करते हुए मन्दिर को गंगाजल से पवित्र करते नजर आए. वहीं मंदिर परिसर में गूंजते भजनों और कीर्तन ने माहौल को और अधिक पवित्र बना दिया.


श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रसाद वितरण भी किया
इस मौके पर श्रद्धालुओं ने मंदिर को फूलों और दीपों से सजाया, जिससे चारों ओर रौनक और भक्तिमय वातावरण बना रहा. इस कार्यक्रम के आयोजन में स्थानीय हिंदू संगठनों की भी भागीदारी रही, जिन्होंने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की व्यवस्था और सुरक्षा का ध्यान रखा. भक्तों ने भगवान शिव से अपने परिवार की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की. सराय रहमान में घनी मुस्लिम आबादी में मंदिर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता के कारण यह  श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा है. धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ भक्तों ने प्रसाद वितरण और भंडारे का भी आनंद लिया, जिससे सभी के चेहरे पर खुशी और संतोष झलक रहा था.


विश्व हिंदू परिषद करेगा मंदिर की देखभाल
पूरे मामले पर विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रतीक रघुवंशी के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि सराय रहमान में प्राचीन मंदिर को लंबे समय से योजनाबद्ध तरीके से दबाने का काम किया जा रहा था. मंदिर के चारों ओर अवैध कब्जे हैं. जिनको लेकर जल्द मंदिर के आसपास मौजूद मंदिर की जमीन को खाली करने का काम किया जाएगा. कुछ लोगों के द्वारा इस मंदिर को पूरे तरीके से खत्म करने की साजिश रची जा रही थी लेकिन हिंदूवादी नेता की नजर इस मंदिर पर पड़ गई. जिसके बाद यहां पूजा अर्चना की गई है. इस मंदिर की देखरेख विश्व हिंदू परिषद के द्वारा की जाएगी. इस मंदिर को लेकर तमाम व्यवस्थाएं की जा रही है. तमाम आसपास के भक्तों के द्वारा यहां पर पहुंचने के बाद पूजा अर्चना शुरू की गई. भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. इस जगह पर विशेष समुदाय के लोग ज्यादा रहते हैं. जिसकी वजह से यहां हिंदू लोग पलायन कर चुके हैं. यह मंदिर कितना पुराना है? इसकी जांच कराई जाएगी. जो भी तथ्य सामने निकल कर आएंगे उसको लेकर प्रशासन से कार्रवाई कराई जाएगी. फिलहाल यहां हिंदूवादी पहुंच रहे हैं और पूजा अर्चना कर रहे हैं. मंदिर के आसपास कुछ लोगों के द्वारा कब्जा कर रखा है. हिंदूवादियों की नजर इस पर नहीं पड़ती तो यह पूरा मंदिर अब तक कब्जा लिया गया होता.


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