Amroha News: अमरोहा जनपद के डिंडोली कोतवाली क्षेत्र में आने वाले निजी अस्पताल में उपचार के दौरान एक मासूम की मौत हो गई. इसके बाद गुस्साए परिजनों ने जमकर अस्पताल में हंगामा काटा और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया. हंगामे की सूचना मिलने पर जिवाई पुलिस चौकी के सब-इंस्पेक्टर अरुण कुमार चौधरी पहुंचे. वहां हंगामा होता देख वो देख मामले को शांत कराने लगे. तभी बीच- बचाव करते समय अचानक वो अस्पताल की दूसरी मंजिल की छत से जमीन पर गिर गए. जिससे उनको काफी गंभीर चोटें आईं. उनको उपचार के लिए टीएमयू मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया. जहां पर उनकी हालत नाजुक देख यसोदा हॉस्पिटल गाजियाबाद रेफर कर दिया गया है. मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार ने घटनास्थल का मुआयना किया और सीसीटीवी जांच की जा रही है.



पहले भी उपचार के दौरान सामने आया था लापरवाही का मामला
इससे पहले बस्ती से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था. यहां जनपद के परशुरामपुर थाना क्षेत्र के नेवरी रामबक्स चौराहे के पास डॉक्टर प्रदीप के पास 13 वर्षीय भास्कर अपनी बीमार मां को लेकर इलाज के पहुंचा था. मां को हल्का फुल्का बुखार और खासी की शिकायत थी. डॉक्टर ने भास्कर की मां को दवा दे दी , इसके बाद भास्कर ने डॉक्टर प्रदीप से खुद के लिए बुखार की दवा मांगी, भास्कर को शरीर में हल्का फुल्का दर्द महसूस हो रहा था.


नाबालिग ने मां की गोद में तोड़ दिया था दम
इतना सुनते ही डॉक्टर प्रदीप को न जाने क्या सूझी कि उसने कोई इंजेक्शन निकाला और भास्कर को आनन फानन में लगा दिया था. इसके बाद भास्कर को उल्टी की शिकायत होने लगी थी और कुछ ही पल में भास्कर अपनी मां की गोद में दम तोड़ दिया था. कुछ देर पहले के हालात थे कि भास्कर अपनी मां का इलाज कराने के लिए झोलाछाप डॉक्टर के पास पहुंचा था, मगर डॉक्टर ने भास्कर का लापरवाही से इलाज करके उसकी हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद डॉक्टर प्रदीप डर गया और बच्चे की हालत गंभीर बताते हुए उसे जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी थी. जिसके बाद अपने बच्चे का शव लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे थे. जहां डॉक्टरों ने भास्कर को मृत घोषित कर दिया था.


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