Aligarh Muslim University Holi News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कुछ हिन्दू छात्रों ने कैंपस के अंदर होली खेलने की परमिशन मांगी थी, जिसका कल देर रात मुस्लिम छात्रों ने विरोध किया. उन्होंने प्रॉक्टर कार्यालय का घेराव भी किया. इस मामले पर प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली का कहना है कि एएमयू के छात्रों का कहना था कि कैंपस के अंदर कोई नई परंपरा शुरू न हो. बाकी हम देख रहे हैं. वहीं एएसपी अमृत जैन ने बताया कि छात्रों की होली को लेकर कुछ मांग थी, जिसको लेकर हम एएमयू प्रशासन और छात्रों के बीच वार्ता के लिए यहां मौजूद है. 


केंपस में जब हिन्दू छात्र होली खेल रहे थे तो उनका वहां के मुस्लिम छात्रों के साथ कुछ विवाद भी हुआ है, जिसके बाद हिंदू छात्र थाना सिविल लाइन पर जमा हो गए और आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुछ हिंदू छात्रों ने एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली को लिखित में एक एप्लीकेशन दिया था, जिसमें उन्होंने केंपस के अंदर डक पॉइंट पर होली खेलने की मांग रखी थी. यह जानकारी जब एएमयू के अन्य गैर हिंदू छात्रों को हुई तो वह प्रॉक्टर कार्यालय पर जमा हो गए और उन्होंने प्रॉक्टर कार्यालय का देर रात घेराव किया.


होली को लेकर एएमयू में विवाद 


प्रॉक्टर कार्यालय के घेराव के बाद आज यानी गुरुवार (21 मार्च) की सुबह एएमयू प्रशासन और अलीगढ़ प्रशासन के लोग बीच का कोई हल निकालने पर लगे हुए हैं. उधर कैंपस में जब कुछ हिंदू छात्र होली खेल रहे थे तो बताया जा रहा है कि कुछ मुस्लिम छात्रों ने इसका विरोध किया और उनका हिंदू छात्रों के साथ विवाद भी हुआ है, जिसके बाद हिंदू छात्रों ने थाना सिविल लाइन का घेराव कर दिया है. एएमयू कैंपस में होली खेलने की मांग रखने वाले छात्र आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि मैं मास्टर्स का स्टूडेंट हूं कल हमने प्रॉक्टर साहब से एक बात कही थी कि हमको होली खेलनी है और जैसे हर साल अलग-अलग जगह पर होली खेली जाती है. उसके बाद एक जगह ईखट्टे होते हैं और फिर दर्शन करने के लिए मंदिर जाकर हॉस्टल चले जाते हैं.


छात्रों ने मांगी प्रॉक्टर से परमिशन


छात्र ने कहा कि उसके लिए आप हमें अपनी मर्जी से कोई जगह बता दीजिए कि वहां खेल लीजिए तो वह यूनिवर्सिटी का किसी भी कोने पर हो वहां हम होली खेलेंगे. परंतु प्रॉक्टर ने और डिप्टी डॉक्टर ने यह कह दिया कि आप कहीं भी खेलिए हमको कोई परेशानी नहीं है. हमारी तरफ से कोई भी मनाही नहीं है. कल सारी चीज सुगम तरीके से हो गई. रात में इसी प्रॉक्टर ऑफिस के प्रांगण में इसमें बच्चे आते हैं इकट्ठे होते हैं और वह लोग यह कहते हैं कि यह प्रोग्राम नहीं होने देंगे. प्रॉक्टर ने बड़ी ताबड़तोड़ तरीके से तैयारी की और इस तरह का माहौल बना दिया तानाशाही का यह होली की परमिशन नहीं है जो प्रॉक्टर कल कह रहे थे की होली एकदम खेलो वह कह रहे हैं की परमिशन नहीं है.


क्या बोले एएमयू के प्रॉक्टर?


एएमयू के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है और जो चीज हैं उसको देखी जाएंगी. अब तक का हमारे पास कोई ऐसी बात नहीं है. देखिए सोशल मीडिया पर क्या वायरल हो रहा है उसके बारे में हमें बहुत ज्यादा वह नहीं कर रहा हूं, जो चीजें हमारे पास ऑफिशियल होती हैं उस पर हम करते हैं. जो चीज आएगी हम आपसे बात करेंगे. ऐसा है कि जो लड़के आए थे यूनिवर्सिटी के अंदर कोई नई परंपरा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने ऐसा जनरल कोई नाम नहीं दिया.


वसीम अली ने कहा कि कोई नई परंपरा नहीं होनी चाहिए जो हमारी यूनिवर्सिटी की हमारी परंपराएं हैं. कहीं कोई हमारे पास राइटिंग में नहीं आया है. ऐसी बात नहीं है. वह अपनी बातचीत के लिए आए हैं उसकी बातचीत के लिए हम करते हैं, जो चीज आएंगे जो चीज कानून के दायरे में आती है, उसको कोई नहीं मना कर सकता हैं और जो चीजें कानून के, परंपरा के, ट्रेडिशनल के, कलचर के विरुद्ध होगी उसको देखिए इसके लिए क्लेयर स्टैंड है. एएमयू के सेकुलर होने का प्रमाण है कि हम और आप भाई की तरह बात कर रहे हैं.


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