कुशीनगर: पुलिस विभाग में पैसे लेकर गलत को सही और सही को गलत बनाने का बड़ा खेल चलता है. इसकी पुष्टि हुई है कुशीनगर से जहां पशुओं को बरामद करने तथा उसे गाड़ी के साथ तस्करों को सुपुर्दगी देने के मामले में एंटी करप्शन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर पर मुकदमा दर्ज कराया है.


एंटी करप्शन ने जांच में यह पाया है कि कसया थाने में पकड़ी गई जानवरों की गाड़ी की सुपुर्दगी में इंस्पेक्टर ने बड़ा खेल किया था. पशुओं की बरामदगी मामले में 120 बी व 406 के तहत इंस्पेक्टर पर मुकदमा दर्ज हुआ है. मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस अधीक्षक की कृपा इंस्पेक्टर पर बनी हुई है और वह पटहेरवा थाने के प्रभारी बने हुए हैं.


यह सभी कार्रवाई भाजपा विधायक की शिकायत पर जांच के बाद हुई है. पुलिस अधीक्षक ने सिर्फ इतना कहा कि मामला पुराना है.


एंटी करप्शन ने मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं भाजपा विधायक ने कहा कि सच्चाई की जीत हुई है. यह कसया में इंस्पेक्टर रहते हुए खुलेआम पशु तस्करी कराते थे और पशु तस्करों से इनके खुले सम्बन्ध थे. कुशीनगर के कसया थाने में वर्ष 2019 में पशु तस्करों की एक गाड़ी पशुओं के साथ पकड़ी गई थी.


पुलिस ने इस मामले में मुकदमा अपराध संख्या - 253/19 की धारा - 3/5ए/8 गोवध अधिनियम व 11 पशु क्रूरता अधकनियम, ट्रक संख्या - यूपी 50AT- 1124 तथा  321/19 के धारा 307 आईपीसी, 3/5ए/8 गोवध अधिनियम, ट्रक संख्या यूपी 19 T- 0477 के तहत मुकदमा दर्ज किया था.


अभियुक्तों के जेल भेजने के बाद पशुओं को सुपुर्दगी देने में बड़ा खेल हुआ था. दर्ज गम्भीर मामले में जांच अधिकारी द्वारा पशु तस्करों से साठगांठ करते हुए बरामद पशुओं को उन्हें ही सुपुर्द कर दिया गया था.


जब इसकी शिकायत स्थानीय भाजपा विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी को हुई तो उन्होंने इसकी लिखित शिकायत पुलिस महानिदेशक को किया. 2019 के इस मामले की जांच एंटी करप्शन को मिला था.


एंटी करप्शन ने इस मामले की जांच में विधायक द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच में यह पाया कि उक्त बरामद पशुओं की सुपुर्दगी में खेल हुआ था. कसया थाने के प्रभारी निरीक्षक अतुल्य कुमार पांडेय ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बरामद पशुओं को तस्करों को ही सुपुर्द कर दिया और इनके सम्बन्ध पशु तस्करों से भी हैं.


इसकी पुष्टि होने के बाद एंटी करप्शन ने देर रात कसया थाने में इंस्पेक्टर अतुल्य कुमार पाण्डेय के खिलाफ धारा 406 व 120 B के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद अतुल्य कुमार पांडेय से संपर्क नही हो पाया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी इंस्पेक्टर अतुल्य कुमार पाण्डेय पटहेरवा थाने कर प्रभारी निरीक्षक बने हुए हैं. अभी तक उनको उनके थाने से हटाया नही गया है.


पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने फोन पर बताया कि पुराने मामले में एफआईआर दर्ज हुई है. लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद उनके थाने पर बने रहने के सवाल पर चुप्पी साध ली.


इस पूरे मामले के शिकायतकर्ता भाजपा विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने बताया कि बरामद पशुओं की सुपुर्दगी में खेल की जानकारी मिलने कर बाद मैंने डीजीपी को शिकायत भेजी थी. जांच के बाद मेरे आरोपों की पुष्टि पाए जाने के बाद एंटी करप्शन द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद इनको प्रभारी थानाध्यक्ष बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.