UP Assembly By Election 2024: लोकसभा चुनाव के बाद अब जल्द ही एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच आमने-सामने की टक्कर देखने को मिलेगी. लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद यूपी में नौ विधायक और एक एमएलसी की सीट खाली हो रही है. इनमें चार इंडिया और पांच एनडीए के विधायक हैं. ऐसे में आगामी छह महीनों के भीतर इन सीटों पर उपचुनाव होंगे.


लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद समाजवादी पार्टी के चार, बीजेपी के तीन, निषाद पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल से एक-एक विधायक सांसद बन गए हैं. इनके अलावा बीजेपी के एक एमएलसी जितिन प्रसाद भी सांसद बन गए हैं. इनकी सीटों पर अब इंडिया और एनडीए के बीच मुकाबला होगा. जिसे लिए दोनों ओर से आगे की रणनीति तैयार की जा रही है. 


इन सीटों पर NDA और INDIA की टक्कर 
- गाजियाबाद से बीजेपी विधायक अतुल गर्ग अब सांसद बन चुके हैं. वो वैश्य समुदाय से आते हैं. ऐसे में इस सीट पर किसे मौका दिया जाए उसे लेकर मंथन शुरू हो गया है. 


- अलीगढ़ की खैर सीट से विधायक अनूप वाल्मीकि भी हाथरस सीट से सांसद बन गए हैं. इस सीट के लिए अभी से तमाम दावेदार अपनी सेटिंग में लग गए हैं. 


- फूलपुर से विधायक प्रवीण पटेल फूलपुर लोकसभा सीट से ही सांसद बन गए हैं. बीजेपी इस सीट पर नए चेहरे की तलाश में जुट गई है. 


- मिर्जापुर की मझवां सीट विधायक डॉ विनोद बिंद भदोही से सांसद बन गए हैं. ऐसे में इस सीट पर बीजेपी फिर से निषाद पार्टी के प्रत्याशी को मौका देगी या नहीं ये देखने वाली बात होगी. 


- यूपी सरकार में पीडब्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद भी एमएलसी से सांसद बन गए हैं. माना जा रहा है कि उन्हें केंद्र में मंत्री भी बनाया जा सकता है. उनकी सीट खाली होने पर भी बीजेपी के नया चेहरा तलाशना होगा. 


- समाजवादी पार्टी से भी चार विधायक अब सांसद बन गए हैं. इस लिस्ट में पहले नाम सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का ही जो मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं और अब कन्नौज से चुनाव जीतकर सांसद बन गए हैं. अखिलेश यादव अब केंद्र की राजनीति का रुख करने की तैयारी कर रहे हैं. माना जा रहा है कि पार्टी यहां तेज़ प्रताप यादव को उतार सकती है. 


- अयोध्या जैसी सीट पर बीजेपी को मात देने वाले अवधेश प्रसाद की मिल्की विधानसभा सीट से उनके बेटे अमित प्रसाद को मौका मिल सकता है. उन्होंने पिता के प्रचार में भी पूरी जान लगा दी थी. 


- कटेहरी विधानसभा सीट से सपा विधायक लालजी वर्मा भी सांसद बन गए है. अखिलेश यादव इस सीट से उनकी बेटी आंचल वर्मा को मौका दे सकते हैं. हालांकि यहां पीडीए से किसी नए चेहरे पर भी दांव चला सकता है. 


- मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से विधायक जियाउर रहमान बर्क अब सांसद बन गए है. माना जा रहा कि इस सीट से उनके भाई या किसी अन्य मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाया जा सकता है. 


इनके अलावा मीरापुर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल के विधायक चंदन चौहान भी बिजनौर से सांसद बन गए हैं. ये चुनाव उन्होंने सपा-रालोद गठबंधन से लड़ा था. इस सीट पर सपा-रालोद में कड़ी टक्कर दिख सकती है.


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