UP Assembly Bypolls 2024 Date: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होना है. यूपी की हाथरस लोकसभा सीट से बीजेपी के अनूप प्रधान की जीत के बाद अब अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट खाली हो गई है. अनूप प्रधान खैर सीट से विधायक थे और यूपी में राजस्व मंत्री की ज़िम्मेदारी संभाल रहे थे. उनके इस्तीफे के बाद खैर सीट पर उपचुनाव होने होंगे. बता दें कि 2017 से बीजेपी इस सीट पर जीतते आ रही है. लेकिन इस बार बीजेपी के लिए यह सीट जीतना मुश्किल हो सकता है. क्योंकि इस सीट पर चंद्रशेखर आजाद ने भी चुनाव लड़ने का मन बना लिया है.


बता दें कि खैर विधानसभा पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. इस सीट पर 13 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को काउंटिंग होगी.


खैर सीट का जातीय समीकरण
खैर विधानसभा सीट पर 2022 के चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 378196 थी, जिनमें 204583 पुरुष और 173613 महिला वोटर शामिल हैं. इस क्षेत्र में 1.10 लाख जाट, ब्राह्मण 50 हजार, दलित 40 हजार, मुस्लिम 30 हजार, वैश्य 25 हजार और अन्य 25 हजार वोटर्स हैं. खैर विधानसभा सीट सुरक्षित होने के बावजूद यहां जाट वोट निर्णायक भूमिका में रहते हैं. मौजूदा समय में भाजपा ने रालोद का किला ढहाकर  ये सीट छीनी थी. 2017 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा रहा है. 
 
विधानसभा खैर आजादी के बाद 1957 में अस्तित्व में आई. टप्पल और अब खैर विधानसभा सीट पर जाट बहुल होने के कारण चौधरियों का कब्जा रहा है. इसी वजह से इसे जिले का दूसरा जाटलैंड भी कहा जाता है. इस सीट पर साल 2002 में ब्रेक लगी जब बसपा की सोशल इंजीनियरिंग के दम पर ब्राह्मण नेता प्रमोद गौड़ ने जीत दर्ज की. 2007 में रालोद के चौ. सत्यपाल सिंह ने जीत दर्ज की. ये सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के बाद से दो बार से इस सीट से एससी विधायक चुनकर जाते रहे हैं. 


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