UP Election 2022: पहले चरण की 58 सीटों में कितने पर जितेगा अखिलेश का गठबंधन, ओपी राजभर का दावा जानिए
UP Election 2022: पहले चरण के मतदान के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ आते-आते सपा गठबंधन की सरकार बन जाएगी, पूर्वांचल में उन्हें बोनस मिलेगा.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के पहले चरण में गुरुवार को 11 जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. इस चरण को लेकर राजनीतिक दलों के अपने-अपने दावे-प्रतिदावे हैं. इस चरण में बीजेपी (BJP), सपा-रालोद गठबंधन और बसपा में मुकाबला माना जा रहा है. इस बीच सपा की सहयोगी सुभासपा (SBSP) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) ने दावा किया है कि उनका गठबंधन इस दौर की 50-52 सीटें जीत रहा है.
सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर का दावा क्या है?
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया कि पहले चरण में साइकिल और हैंडपम्प का गठबंधन 50-52 सीटें जीत रहा है. उन्होंने कहा कि लखनऊ आते-आते ही सपा गठबंधन की सरकार बन जाएगी. पूर्वांचल में हम बोनस में रहेंगे. साइकिल समाजवादी पार्टी और हैंडपंप राष्ट्रीय लोकदल का चुनाव निशान है.
ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर 13 महीने में 700 किसान शहीद हुए, आज शहादत का बदला लेने का समय है. राजभर ने कहा कि बीजेपी को ये ज्ञान नहीं है कि पांच साल में योगी जी, मोदी जी ने सांड पैदा किए हैं, जिनकी वजह से किसान दिन-रात खेत में लाठी लिए खड़ा है, वो इनको किस आधार पर वोट देगा. दूसरा इन्होंने पिछड़े-दलित वंचित समाज का आरक्षण खत्म किया. शिक्षक भर्ती में इनका आरक्षण लूटा, किस आधार पर पिछड़ा-दलित इनको वोट देगा.
क्या किसान अपनी शहादत का बदला बीजेपी से लेंगे
सुभासपा प्रमुख ने कहा कि 13 महीना किसान गाजीपुर बॉर्डर पर थे, तब ना तो प्रधानमंत्री गए, ना गृहमंत्री, ना मुख्यमंत्री गए. आज किस मुंह से किसान इनको वोट देगा. उन्होंने कहा कि किसानों ने 13 महीना धरना दिया. इसमें 700 किसान शहीद हुए, आज वो शहादत का बदला लेने का समय है. आज पहले चरण के चुनाव में किसान बीजेपी की तेरहवीं कर देंगे.
UP Election 2022: पहले चरण में 62.08 फीसदी मतदान, किसे होगा फायदा, बीजेपी की सरकार जाएगी या रहेगी?
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र की जमानत पर उन्होंने कहा, 'सैया भये कोतवाल तो अब डर काहे का.' उन्होंने कहा कि जिसका बाप गृह राज्यमंत्री हो, और गृह राज्यमंत्री की मदद प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री कर रहा हो तो उसको तो बेल मिलेगी ही. लेकिन जो किसान-पत्रकार शहीद हुए क्या उनको न्याय मिला? उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को चुनाव के समय जिससे लाभ होता है, उसकी जमानत करा लेती है.