उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अब अपने शवाब पर है. प्रदेश की हर विधानसभा सीट पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. कही सपा तो कही बीजेपी तो कही बीएसपी और कांग्रेस के प्रत्याशी हावी हैं. हर प्रत्याशी अपनी जीत का दावा कर रहा तो कोई अपनी राजनीतिक विरासत को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर आजमाइश कर रहा है. ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है बस्ती की हॉट सीट कप्तानगंज में. इस विधानसभा सीट पर 25 साल तक जिस मठाधीस नेता का एकक्षत्र राज था, उसे मोदी लहर में 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी में हरा दिया था.
सपा की साख बचा पाएंगे अतुल चौधरी?
अब अपने पिता की नाक और पार्टी की साख बचाने के लिए उनके बेटे चुनाव मैदान में कूद पड़े हैं. कप्तानगंज विधानसभा सीट पर लगातार 25 साल तक पूर्व मंत्री रहे राम प्रसाद चौधरी का कब्जा था. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस हार के बाद अब उन्होंने अपने बेटे को अपनी राजनीतिक विरासत सौंप दी है. पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी अब बसपा का दामन छोड़ अब सपा की साइकिल पर सवार हो गए हैं.
कप्तानगंज विधानसभा की कप्तानी एक बार फिर अपने हाथ में लेने के लिए राम प्रसाद चौधरी के बेटे अतुल चौधरी उर्फ कविंद्र चुनाव लड़ रहे हैं. अतुल चौधरी बताते हैं कि एमबीए की पढ़ाई कर नौकरी में जाने के बजाय उन्होंने अपने पिता के साथ राजनीति में आना बेहतर समझा. पिता के साथ वे क्षेत्र में जाने लगे और अब विधायक बनने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. अतुल चौधरी ने बताया कि विकास के नाम पर जनता को ठगा गया, पिछले चुनाव में बीजेपी के नेताओ ने झूठ बोलकर उनका वोट ले लिया मगर किसी भी क्षेत्र में विकास का कोई काम नहीं किया. इसलिए अब वे अपने पिता के उस सपने को पूरा करेंगे जो इस क्षेत्र की जनता उनसे अपेक्षा करती है.
राम प्रसाद चौधरी का बीजेपी पर आरोप
अतुल चौधरी ने कहा कि उनके पिता राम प्रसाद चौधरी ने कप्तानगंज विधानसभा की जनता की 25 साल तक लगातार विधायक बनकर सेवा किया. शिक्षा, सड़क, बिजली से लेकर गरीबों की मदद कर अपनी जिम्मेदारी निभाई, मगर अभी भी कुछ कार्य होने बाकी हैं, जिसे अब अपने पिता का सपना समझ वे मौका मिलने पर पूरा करेंगे.
कप्तानगंज विधानसभा सीट पर 2017 से पहले लगातार 5 बार विधायक रहे और बसपा सरकार में खाद्य और रसद मंत्री भी रहे राम प्रसाद चौधरी पूर्वांचल में कुर्मियों के बड़े नेता माने जाते हैं. राम प्रसाद चौधरी ने कहा कि कप्तानगंज के मौजूदा विधायक सिर्फ झूठ का पुलिंदा बनाकर पांच साल बीता दिया और काम सिर्फ होर्डिग में नजर आए. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने भी किसानों और नौजवानों को छला, हर वर्ग सरकार की नीति से परेशान है, इसलिए कप्तानगंज और यूपी की जनता अब बदलाव चाहती है. उन्होंने दावा किया कि आने वाले 10 मार्च को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनेगी और प्रदेश की जनता का कष्ट मिटेगा.