(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Election 2022 : बिधूना से बीजेपी ने रिया शाक्य को बनाया प्रत्याशी, क्या पिता विनय शाक्य ठोकेंगे बेटी के खिलाफ ताल?
UP Election 2022 :
बीजेपी (BJP) ने शुक्रवार को अपने 85 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की. बीजेपी ने औरैया जिले की बिधूना सीट से रिया शाक्य को उम्मीदवार बनाया है. वो बीजेपी छोड़कर सपा में शामिल हुए विधायक विनय शाक्य (Vinay Shakya)की बेटी हैं. अगर सपा (Samajwadi Party) ने विनय शाक्य को टिकट दिया तो बिधूना का मुकाबला काफी दिलचस्प हो जाएगा. उत्तर प्रदेश की यह ऐसी सीट होगी जहां पिता और बेटी आमने-सामने होंगे.
कैसे सुर्खियों में आईं रिया शाक्य
रिया शाक्य उस समय सुर्खियों में आ गई थीं, जब उन्होंने एक वीडियो जारी कर अपने पिता को वापस लाने की अपील सरकार से की थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके विधायक पिता विनय शाक्य को उनके चाचा देवेश शाक्य जबरदस्ती अपने साथ ले गए हैं. रिया ने आशंता जताई थी कि उनके चाचा उनके विधायक पिता को समाजवादी पार्टी में शामिल करवा सकते हैं. इस वीडियो में उन्होंने कहा था कि उनके पिता की सेहत ठीक नहीं है. उन्होंने अपने चाचा पर पिता को अगवा करने का आरोप लगाया था. हालांकि पुलिस ने बीजेपी विधायक से बात करने के बाद रिया शाक्य के आरोपों को खारिज करते हुए इसे पारिवारिक विवाद बताया था.
माननीय विधायक विनय शाक्य बिधूना,शान्ति कालोनी जनपद इटावा में सकुशल अपनी मां के साथ मौजूद है।अपहरण का आरोप असत्य एवं निराधार है,प्रकरण पारिवारिक विवाद से सम्बन्धित है जिसके सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक औरैया @vermaabhishek25 द्वारा दी गई बाइट @Uppolice @igrangekanpur @adgzonekanpur pic.twitter.com/1aZiekdnUa
— Auraiya Police (@auraiyapolice) January 11, 2022
कैसी होगी बिधूना की लड़ाई
स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में जाने वालों में विनय मौर्य भी शामिल थे. बाद में रिया शाक्य ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि वो सम्मान और स्वाभिनाम के लिए बीजेपी के साथ हैं और रहेंगी. ऐसी खबरें हैं कि समाजवादी पार्टी विनय शाक्य को उम्मीदवार बना सकती है. अगर विनय शाक्य बिधूना से सपा के उम्मीदवार होते हैं तो वहां की लड़ाई दिलचस्प हो जाएगी. बिधूना सीट उत्तर प्रदेश की एक ऐसी सीट होगी जहां से बाप-बेटी आमने-सामने होंगे.
बिधूना में 2017 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े विनय शाक्य ने समाजवादी पार्टी के दिनेश कुमार वर्मा को 3 हजार 901 वोट के अंतर से हराया था. विनय को 81 हजार 905 और दिनेश को 77 हजार 995 वोट मिले थे.