भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि चुनाव हिजाब (Hijab) पर नहीं बल्कि हिसाब पर होना चाहिए. चुनाव में किसानों (Farmer) की भूमिका के सवाल पर टिकैत ने एक टीवी चैनल से कि किसान 13 महीने दिल्ली में धरना देकर आए हैं, उन्हें वहां सरकार नहीं मिली. इसलिए किसानों को अपनी भूमिका ठीक से पता है. किसान सरकार की तलाश कर रहे हैं.
राकेश टिकैत ने क्या-क्या कहा
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार हिंदू, मुसलिम और जिन्ना पर उलझा रही है. विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि आज भी बच्चों के स्कूल बंद हैं, लेकिन नेताओं की बड़ी-बड़ी रैलियां हो रही हैं. स्कूल नहीं खोले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश को को अनपढ़ बनाया जा रहा है, यह बात जनता को समझ लेनी चाहिए.
किसान नेता ने कहा कि चुनाव हिजाब पर नहीं बल्कि हिसाब पर होना चाहिए. बैंकिंग घोटाले पर बात हो. अब तो उस पर बात होनी चाहिए. हिजाब का मुद्दा खत्म हो गया है. अब तो हिसाब पर बात होगी. गुजरात से पैसे लेकर भाग गए हैं. उन्होंने कहा कि एक ऐसी सरकार आई है, जिसने जनता को लूट लिया और जनता को दूसरे मुद्दों में उलझा दिया. जनता को धार्मिक और जातिवाद के मुद्दे पर लगाकर देश बर्बाद कर दिया.
भारतीय किसान यूनियन के इस नेता ने कहा कि इस तरह की सरकार से सवाल करना जनता का अधिकार है. उसे जो सरकार दिल्ली में नहीं मिली, हो सकता है कि वो उन्हें गांवों में मिल जाए. उससे उन्हें सवाल-जवाब जरूर करना चाहिए.