बसपा (BSP)सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने बाबा साहब बीआर आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है. मायावती ने उन्हें दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों और भारतीय संविधान का मूल्य निर्माता बताया है. उन्होंने बताया कि अपने निवास स्थान पर ही उन्होंने डॉक्टर आंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
आंबेडकर पर बसपा प्रमुख ने क्या क्या कहा
बसपा प्रमुख ने अपने संदेश में कहा कि आंबेडकर ने अपने जीते-जीते दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों को कानूनी अधिकार दिलाया. उन्होंने कहा कि आंबेडकर ने यह कहा था कि यदि इन वर्गों को संविधान में मिले कानूनी अधिकारों का पूरा लाभ उठाना है तो उन्हें एक साथ होकर केंद्र और राज्यों में राजनीतिक सत्ता की चाभी खुद अपने हाथों में लेनी होगी.
उन्होंने कहा कि इस बात का सबसे बड़ा सबूत उत्तर प्रदेश में BSP के नेतृत्व में रहा शासनकाल है. उन्होंने कहा कि बसपा ने अपने शासनकाल में उत्तर प्रदेश के विकास में जनहित के बहुत से ऐतिहासिक काम किए और आंबेडकर जी को पूरा सम्मान दिया. उन्होंने कहा कि बसपा के काम को विरोधी पार्टियां अभी तक हजम नहीं कर पा रही हैं.
उधर, दिल्ली में संसद भवन परिसर में डॉक्टर आंबेडकर के 66वीं पुण्यतिथि पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेथ कई बड़े नेताओं ने उनकी प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट में लिखा, ''भारत रत्न बाबासाहेब आंबेडकर ने भारत को एक ऐसा प्रगतिशील और सर्वसमावेशी संविधान दिया, जिसने पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधने के साथ-साथ देश के हर नागरिक को अपना जीवन संवारकर देश के विकास में भागीदार बनने की प्रेरणा दी. उनके विचार व आदर्श सदैव हमें प्रेरित करते रहेंगे.''