बसपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जिन 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी, उसमें बिजनौर की नगीना सीट भी शामिल थी. नगीना में बसपा के गिरिश चंद्र ने बीजेपी के डॉक्टर यशवंत सिंह को हराया था. बसपा ने यह चुनाव सपा के साथ मिलकर लड़ा था. सपा ने 5 सीटें जीती थीं. नगीना बिजनौर जिले की दो लोकसभा सीटों में से एक है. इसमें 5 विधानसभा सीटें शामिल हैं. इनमें से नगीना और नेहतौर सीट एससी के लिए आरक्षित है. 


कितने वोट के अंतर से हारी थी बीजेपी


लोकसभा चुनाव में बसपा के गिरिश चंद्र को 5 लाख 68 हजार 378 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के डॉक्टर यशवंत सिंह को 1 लाख 66 हजार 832 वोट से हराया था. बीजेपी को 4 लाख 1 हजार 546 वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस की ओमवती को 20 हजार 46 वोट से ही संतोष करना पड़ा था.  


आइए हम देखते हैं कि नगीना लोकसभा सीट में आने वाली विधानसभा सीटों में किस पार्टी को कितने वोट मिले थे. नजीबाबाद में गिरिश चंद्र को 1 लाख 29 हजार 460, बीजेपी के डाक्टर यशवंत सिंह को 75 हजार 524, कांग्रेस की ओमवती देवी को 4 हजार 714 वोट मिले थे. नगीना में बसपा को 1 लाख 28 हजार 776, बीजेपी को 73 हजार 103 और कांग्रेस को 4 हजार 991 वोट मिले थे. धामपुर में बसपा को 1 लाख 2 हजार 485, बीजेपी को 78 हजार 725 और कांग्रेस को 3 हजार 662 वोट मिले. नेहतौर में बसपा को 99 हजार 813, बीजेपी को 84 हजार 380 और कांग्रेस को 3 हजार 461 वोट मिले. वहीं नूरपुर में बसपा को 1 लाख 6 हजार 661, बीजेपी को 87 हजार 616 और कांग्रेस को 3 हजार 139 वोट मिले थे. 


नगीना लोकसभा सीट की किसी भी विधानसभा सीट पर बीजेपी बढ़त नहीं बना पाई थी. हर सीट पर बसपा को बढ़त मिली थी. उसे 5 में से 4 विधानसभा सीटों पर 1 लाख से अधिक वोट मिले थे. सबसे अधिक 1 लाख 29 हजार 460 वोट उसे नजीबाबाद में मिला था. 


विधानसभा चुनाव में किसके पक्ष में गया था परिणाम


वहीं अगर हम यह देखें कि नगीना लोकसभा क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटों पर 2017 में किसे जीत मिली थी. नजीबाबाद में सपा के तस्लीम अहमद जीते थे. उन्होंने बीजेपी के राजीव कुमार अग्रवाल को 2 हजार 2 वोट के अंतर से हराया था. नगीना (एससी) सीट पर सपा के मनोज कुमार पारस जीते थे. उन्होंने बीजेपी की ओमवती देवी को 7 हजार 967 वोट के अंतर से हराया था. धामपुर में बीजेपी के अशोक कुमार राणा जीते थे. उन्होंने सपा के ठाकुर मूल चंद्र चौहान को 17 हजार 864 वोटों के अंतर से हराया था. नेहतौर (एससी) सीट पर बीजेपी के ओम कुमार जीते थे. उन्होंने कांग्रेस के मुन्नालाल प्रेमी को 23 हजार 151 वोट से हराया था. नूरपुर में बीजेपी के लोकेंद्र सिंह जीते थे.उन्होंने सपा के नमी उल हसन को 12 हजार 736 वोट के अंतर से हराया था. 


नगीना लोकसभा सीट पर 2019 में जीत दर्ज करने वाली बसपा 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट में आने वाली 5 सीटों में से किसी पर दूसरा स्थान भी नहीं बना पाई थी. अब जब 2022 का चुनाव बसपा अकेले लड़ रही है तो यह देखना दिलचस्प होगा कि बसपा अपनी बढ़त इन सीटों पर कायम रख पाती है या नहीं.